तस्लीम अहमद
आज मेरी खुशकिस्मती है कि मैं वीर अब्दुल हमीद साहब के परिवार से मिला और मां रसूलन बी का अपने सर पर हाथ रखवाया और उनके पौते जमील भाई से मिला साथ खाना खाया उन्होंने बहुत प्यार दिया मैंने उन्हें हर साल 23 मार्च को पुरकाज़ी में सरदार भगत सिंह, सुखदेव ओर राजगुरु जी के शहीद दिवस पर होने वाले हिंदुस्तान के सबसे बड़े कार्यक्रम में आने का न्यौता दिया उन्होंने मेरा न्यौता कबूल किया और 23 मार्च को पुरकाज़ी आने का वादा किया
इस बार पुरकाज़ी मे 23 मार्च को भाकियू द्वारा आयोजित *”एक शाम शहीदो के नाम-3″* कार्यक्रम में सरदार भगत सिंह जी के सगे भतीजे किरणजीत सिंह और परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद के पौते जमील भाई आ रहे हैं यह हमारे जनपद की खुशकिस्मती है भगत सिंह जी को शहीद का दर्जा दिलाने की।लड़ाई पुरकाज़ी से लड़ी जा रही है।
ऐतिहासिक लम्हा होगा जब यह हस्तियाँ मुज़फ्फरनगर की सरज़मीन पर हम सबसे रूबरू होंगी
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