Site icon Memoirs Publishing

होली की तैयारियां जोरों पर, बाजारों में चहल कदमी बढ़ी, लोग खरीद रहे हैं पिचकारी रंग और अन्य जरूरी सामान

 

हरिद्वार ब्यूरो अमित मंगोलिया
भगवानपुर प्रभारी मो मुकर्रम मलिक

रुड़की । शहर में होली पर्व को मनाने के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी है। सिविल लाइंस मेन बाजार रामनगर लालकुर्ती चाव मंडी मकतुलपुरी पुरानी तहसील गणेशपुर रेलवे रोड बाजार आर्य कन्या इंटर कॉलेज बाजार पश्चिमी अंबर तालाब बाजार, देहरादून हाईवे बाजार हरिद्वार हाईवे बाजार में विभिन्न प्रकार के रंग-गुलाल व पिचकारियों की दुकानें लगने लगी हैं। साथ ही हर्बल रंग गुलाल के विक्रेताओं ने भी विभिन्न प्रकार रंग व गुलाल लाना शुरू कर दिया है। पिचकारी विक्रेताओं ने बताया कि इस वर्ष कार्टून केरेक्ट वाली पिचकारियां आई है। यह पिचकारियां बच्चों में आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इनमें वॉटर गन, पॉकीमैन, स्पाईडर मैन, छोटा हनुमान, रोबोट के अतिरिक्त अच्छे मॉडल में चाइना पिचकारियां भी बुलाई गई हैं। इस वर्ष अच्छे किस्म के रंग बुलाए गए हैं। जो त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे और आसानी से छूट भी जाएंगे। इस वर्ष स्प्रै कलर, पेस्ट कलर, गुलाल में भी हर्बल वैरायटी मौजूद है। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष 20 से 25 प्रति दस ग्राम रंगों के मूल्य में वृद्धि हुई है। वहीं ग्रामीण अंचल में भी होली के लिए बाजार सजने लगा है। भगवानपुर पिरान कलियार धनोरी बुग्गावाला चुड़ियाला तेज्जूपुर झबरेड़ा इकबालपुर मंगलोर नारसन लंढोरा लक्सर खानपुर सुल्तानपुर धनपुरा बहादराबाद शिवालिक नगर इमली खेड़ा लालढांग बरसे भींगे चुनर वाली जैसे होली के परंपरागत गीत गुनगुनाए जा रहे हैं। इधर होली को लेकर कपड़ा व रंग-गुलाल की दुकान सजी है। दुकानों में बंदूक, खिलौना व गुड़िया के साथ ही कई अन्य डिजाइन में पिचकारी मिल रही है। पिचकारी पांच रुपये से लेकर पांच सौ रुपये तक की अलग-अलग रेंज व वेराइटी में पिचकारी उपलब्ध है। परंपरागत कुर्ता-पायजामा के साथ लाल, गुलाबी और पीला रंग दुकानों पर सज गया है। होली से पहले अन्य प्रदेशों में नौकरी कर रहे लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। यही कारण है कि ट्रेनों में आरक्षण की स्थित वेटिंग में चले गई है

Share this content:

Exit mobile version