कलियर रिपोटर अनवर राणा
सहसंपादक अमित मंगोलिया
दरगाह पिरान कलियर में व्यवस्थाओ का बोझ उठा रहे जिला प्रशासन द्वारा एक के बाद एक पक्षपात के आरोप लगते चले आ रहे है चाहे वो बकाया को लेकर ठेके की अवधि समाप्त होने के बावजूद भी अवैध पैसा वसूलकर ठेकेदार को लाभ पहुंचाने का हो या फि 2018-19 के ठेको की बकाया धन जमा न करने के कारण ठेको को निरस्त करने का मामला हो या फिर कर्मचारियों द्वारा अंदर ड्यूटी लगवाने के नाम पर कर्मियों से अवैध वसूली करने ओर उनको जायरीनों से खुली लूट करने का मामला हो सभी मामलों में कुछ दरगाह कार्यलय के कर्मी अधिकारियों को गुमराह कर उन लोगो पर तो कार्यवाही करा देते है जो उनको कुछ अवैध धन में से कम रकम देते हो ओर जो कर्मचारी दरगाह कार्यालय में तैनात टायपिस्ट व सुपरवाइजर को बंधी हुई रकम देते है उनके खिलाफ कोई कार्यवाही दरगाह प्रबंधतंत्र अमल में नही लाता है जिससे जिला प्रशासन की दस कर्मियों पर हुई कार्यवाही को लेकर क्षेत्र में तरह तरह की चर्चाएं और सवाल उठ रहे है।लोगो मे चर्चा इस बात को लेकर व्याप्त है कि छोटी मछलियों पर तो बार बार कार्यवाही की जा रही है मगर मगरमछ पकड़ में कब आएंगे या फिर ये बड़े मगरमच्छ छोटी मछलियों की बलि देकर अधिकारियों को गुमराह कर अपना उल्लू साधते रहेंगे और दरगाह की दान की सम्पति को अपने बाप दादा की जागीर समझकर लूटते रहेंगे यह एक बड़ा सवाल जनता में उठ रहा है ओर मगरमच्छ को सजा मिलने तक उठते रहेंगे।*
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