Site icon Memoirs Publishing

सूरतगंज अधीक्षक डा० राजीव दीक्षित ने चिकित्सकों के साथ बुधवार को कचना पुर गाँव का निरीक्षण किया

ब्यूरो चीफ मोहम्मद शानू
जिला बाराबंकी
सूरतगंज (बाराबंकी) हेतमापुर के कचनापुर बाढ़ से फैलने वाली संक्रामक बीमारियों से बचने के लिए सूरतगंज अधीक्षक डा० राजीव दीक्षित ने चिकित्सकों के साथ बुधवार को कचना पुर गाँव का निरीक्षण किया यही नहीं बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में विमारियों से निजात पाने के लिए लोगों से मुलाकात के दौरान तरीका भी बताया।।। मालूम हो घाघरा नदी का जलस्तर घटने लगा है जिसके चलते बीमारियो से निपटने के लिए श्री दीक्षित जी ने बुधवार को कचना पुर गाँव का निरीक्षण के दौरान उन्होंने लोगों से मुलाकात के दौरान बाढ से होने वाले दूषित पानी के बारे में जानकारी दी।श्री दीक्षित जी ने कहा कि दूषित पानी में बैक्टीरिया की वजह से होने वाली बीमारी हैजा बाढ़ के दौरान फैलने वाली सबसे घातक बीमारी होती है। इसके कारण उल्टी-दस्त और निर्जलीकरण हो जाता है। कई गम्भीर मामलों में तो लोगों की मौत तक हो जाती है। दरअसल हैजा एक खास तरह के बैक्टीरिया के कारण फैलता है। यह मुंह और मलमार्ग के माध्यम से ज़ोर पकड़ता है। इससे प्रभावित लोगों के मल में बड़ी संख्या में इस बीमारी के जीवाणु पाए जाते हैं। इस मल के बाढ़ के पानी में मिल जाने की स्थिति में इसके कारण बड़े पैमाने पर संक्रमण फैल जाता है बाढ़ के समय में साफ-सफाई की कमी होती है, जिससे तीव्र संक्रमणशील यह बीमारी जल्दी ही महामारी का रूप ले लेती है।इस मौके पर डॉक्टर राज श्री त्रिपाठी,मनोज श्रीवास्तव, डी०के० त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।

Share this content:

Exit mobile version