रिपोर्टर आदेश कुमार
सह संपादक अमित मंगोलिया
पिरान कलियर पुलिस ने दानपात्र तोड़कर लाखो की धनराशि निकालने वाले दो दरगाह कर्मियों को 62800 रुपये बरामद कर भेजा जेल आस्थावान लोगो ने बताया खुलासे में झोल,,,
थाना कलियर पुलिस ने दानपात्र की सील दौड़कर की गयी लाखो की धनराशि पर हाथसाफ करने वाले दो दरगाह कर्मियों को 62800 रु की नगदी बरामद कर भेजा जेल
दोबारा सील लगाने के उपकरण बरामद नही करने व सील कहाँ से आयी को लेकर पुलिस खुलासे में झोल ही झोल की चर्चा जोरो पर
पिरान कलियर दरगाह कार्यालय के वी आई पी रूम में रखे दानपात्रों में से एक दानपात्र की सील तोड़कर लाखो रुपये निकलने का मामला पांच दिन बाद जब उजागर हुआ था ,तब राजस्व कर्मी दानपात्रों की गिनती के लिये 28 दिसम्बर को दरगाह कार्यालय पहुंचकर दानपात्रों को उठाने लगे।तभी एक दानपात्र में रूम का पर्दा सील होने से हड़कम्प बच गया।राजस्व अधिकारियों ने उक्त पूरी घटना के बारे में उच्चाधिकारियों को बताकर वापिस चले गए।ज्वाइंट मजिस्ट्रेट द्वारा संज्ञान लेने के दो दिन उपरांत दरगाह प्रबंधक परवेज आलम ने सी सी टी वी कैमरे के फोटेज में पाया कि दो दरगाह कर्मी दानपात्र से बेग में रुपये निकालकर जाते हुवे दिखाई दे रहे है।दरगाह प्रबंधक की तहरीर पर थाना पुलिस ने मुकद्दमा दर्ज कर दोनों कर्मियों को पकड़कर पूछताछ की तो दरगाह कर्मी नदीम पुत्र नसीम व बाबू पुत्र वकील निवासी पिरान कलियर हरिद्वार ने पूरा मामला बयान कर घटना को कबूल कर चोरी की गयी 62800 रुपये भी अपने घरों से बरामद करा कर जुर्म कबूल किया है।लेकिन आस्थावान लोगो में पुलिस द्वारा किये गए घटना के खुलासे से झोल ही झोल दिखाई दे रहे है क्योंकि शाम के समय जिस समय की घटना बतायी गयी है उस समय अन्य कार्यालय स्टाफ भी कार्यालय में मौजूद रहता है ओर सील का समान भी दरगाह प्रबंधक के केबिन या अन्य स्टाफ के केबिन में रखा हुआ होता है ।लोगो का कहना है कि चोरो पर केबिन की चाबी व सील कहां से आयी कहीं इस घटना में कोई ओर भी दरगाह कार्यालय का कर्मी सामिल तो नही था।इस बात को लेकर पुलिस ने कोई जांच नही कि बल्कि खुलासे में सील ब्लेड से हटाना ओर मोम से चिपकाना भर ही दिखाया जाना जनता के गले नही उतरता दिखाई दे रहा है।जनता का कहना यह भी है कि निकली गयी धनराशि भी कहीं अधिक होगी क्योंकि गुल्लक की कैपिसिटी से यही मालूम हो रहा है ओर मोम से पर्दा अंदर कैसे सील हो गया यह भी ताज्जुब ही लग रहा है।बरहाल पुलिस ने उक्त घटना का तो खुलासा आनन फानन में कर दिया लेकिन शासन से आयी नियुक्ति सम्बन्धी फाइल की जांच अभी पुलिस ने ठंडे बस्ते में ही डाल रखी है अब देखना यह है की पुलिस उस गम्भीर मामले को कब तक जांचकर उजागर कर पाती क्योंकि उसकी जांच भी सी सी टी वी कैमरे की फोटेज चेक करने से हो सकती है जब दानपात्र तोड़ने की घटना सी सी टी वी कैमरे की फोटेज से उजागर हो सकती है इस मामले को लेकर तरह तरह की चर्चा भी क्षेत्र में उजागर होकर पुलिस की कार्य शैली पर सवालिया निशान लगा रही है।दानपात्र तोड़ने वाले अभुयुक्तो को पकड़ने वाली टीम में थाना अध्यक्ष संतोष कुंवर,उ0न0मंशा ध्यानी,hcpगुमान सिंह तोमर,को0मो0हनीफ,संजय पाल्,तेजपाल,म0के0मनीष आदि सामिल रहे।
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