*मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हिंदी हैं हम वतन के यह हिंदुस्ता हमारा
क्राइम रिपोर्टर सलमान गौर
सह संपादक अमित मंगोलिया
भगवानपुर क्षेत्र बुग्गावाला मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हिंदी है हम वतन के ये हिंदुस्तान हमारा इसकी मिसाल ब्लॉक भगवानपुर के बंजारेवाला ग्राम पंचायत की ग्राम प्रधान सर्विष्ठा सैनी पत्नी मुकेश सैनी ने साबित की है जिन्होंने देश में लगे लॉक डाउन में क्षेत्र के गरीब बेसहारा लोगों को राशन वितरित किया।
ग्राम प्रधान बंजारावाला सर्विष्ठा सैनी पत्नी मुकेश सैनी ने इंसानियत का परिचय देते हुए गांव के गरीब बेसहारा जरूरतमंदों के साथ-साथ क्षेत्र में रह रहे मुस्लिम वन गुर्जर और क्षेत्र के ग्रंट गांव में मजार पर आए हुए एक मुस्लिम जत्थे को राशन वितरित किया।
वही देश में लॉक डाउन के दौरान लोगों को घर में ही रहने की अपील की जैसा कि सभी को मालूम है कोरोना वायरस के चलते देशभर में अधिकतम लोग भूख से लड़ रहे हैं ऐसे हालात में मसीहा बनकर आई ग्राम प्रधान शर्विष्ठ सैनी ने इंसानियत और धर्म का पालन करते हुए बुग्गावाला क्षेत्र के बंजारेवाला गांव में गरीब लोगों को राशन वितरित कर पूरे देश में यह पैगाम पहुंचाया है कि मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हिंदी है हम वतन के ये हिंदुस्ता हमारा मेरे देशवासियों यह हिंदुस्तान एक बाग है और हम सब इसके फूल हम सबको आपस में प्रेम भाव के साथ रहना चाहिए।
यहाँ मैं एक इस्लामी क़िस्सा भी बयान करता हूं *एक बार हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम ने अल्लाह से अर्ज़ किया ऐ रब्बुल आलमीन फिरौन खुदाई का दावा करता है तू इसे ग़र्क़ करदे उस पर अल्लाह ने फरमाया ऐ मूसा तुझे इसकी गुनाहे कबीरा दिख रही है और मुझे इसके दस्तरख्वान पर10000 ग़रीब मख़लूक़ दिख रही है जब तक फिरौन इन ग़रीबो को खाना खिलाएगा तब तक मैं इसको तबाह व बरबाद नही करूँगा तो ऐ दोस्तो जब फिरौन जैसा गुनाहगार ग़रीबो को खाना खिलाकर अल्लाह के रहमो करम का हकदार बन गया तो हमपर अल्लाह क्यों रहमत नाज़िल नही करेगा अगर हम ग़रीबो व बेसहारों की मदद करते रहेंगे तो यकीनन सारि बालाएं टल जाएँगी*
*✍🏻रिपोर्ट:- शमशाद अहमद
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