नेशनल न्यूज़ / पूर्वी लद्दाख में यथा स्थिति में बदलाव किये जाने को लेकर चीन के द्वारा उकसाने वाली कार्रवाई को नाकाम की .उसके कुछ दिनों बाद ही भारत ने पैंगोंग सो इलाके के दक्षिणी तट पर सामरिक रूप से महत्वपूर्ण कम से तीन पर्वत चोटियों पर अपनी उपस्थिति और मजबूत कर ली है।
सरकारी सूत्रों से प्राप्त जानकारी से । वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के भारतीय सीमा के अंदर पैंगोंग झील के उत्तरी तट पर भी एहतियाती उपायों के तहत सैनिकों की तैनाती में कुछ फेर बदल किए गए हैं। इलाके में स्थिति संवेदनशील बनी हुई है। सूत्रों ने यह भी बताया कि तनाव घटाने के लिए दोनों पक्षों के सेना कमांडरों की बुधवार को हुई एक और दौर की वार्ता का कोई नतीजा नहीं निकल पाया । जबकि यह बातचीत करीब 7 घंटे चली।
सूत्रों ने यह भी बताया कि सोमवार और मंगलवार को 6 घंटे से अधिक समय तक इसी तरह की वार्ता हुई, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकला उन्होंने बताया कि भारत ने पूर्वी लद्दाख में सामरिक रूप से महत्वपूर्ण कई पर्वत चोटियों और स्थानों पर उपस्थिति बढ़ा कर पिछले कुछ दिनों में रणनीतिक बढ़त हासिल की है। क्षेत्र में यथा स्थिति में बदलाव करने की चीन की नाकाम कोशिशों के मद्देनजर सैनिकों की तैनाती बढ़ाई गई है। सूत्रों ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच पैंगोंग झील के उत्तरी तट पर एक टकराव हुआ था, लेकिन इस तरह की घटना इसके दक्षिणी तट पर पहली बार हुई।
सैन्य वार्ता में चीनी पक्ष ने क्षेत्र में सामरिक रूप से महत्वपूर्ण कुछ पर्वत चोटियों पर भारत के अपने नियंत्रण में करने पर आपत्ति जताई। लेकिन भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने इस बात का जिक्र किया कि ये स्थान LAC के भारतीय सीमा के अंदर हैं। उनहोंने कहा कि भारत वार्ता के जरिए सीमा विवाद का हल चाहता है लेकिन साथ ही वह LAC पर चीन के किसी भी दुस्साहस से निपटेगा।
चीनी कोशिशों के मद्देनजर भारतीय थल सेना ने 3,400 किमी लंबे LAC पर अपने सभी अग्रिम सैन्य ठिकानों को 24 घंटे सतर्क रहने के लिये अलर्ट कर दिया है। सोमवार को भारतीय थल सेना ने कहा कि चीनी सेना ने 29 और 30 अगस्त की दरम्यानी रात पैंगोंग झील के दक्षिण तट पर यथा स्थिति में एकतरफा तरीके से बदलाव करने के लिए उकसाने वाली सैन्य गतिविधियां की।
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