संयुक्त मोर्चा के कुटुंब से 1 सप्ताह से कम समय मे जुड़े 1लाख सदस्य
मनोज नोडियाल
कोटद्वार।राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के द्वारा सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म में चलाए जा रहे सदस्यता अभियान को अभूतपूर्व सफलता मिली है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य आलोक पांडे जी की देखरेख में चल रहे राष्ट्रीय प्रचार अभियान को एक कदम आगे ले जाते हुए संयुक्त मोर्चा ने पुरानी पेंशन बहाली के लिए देश के विभिन्न राज्यों में संयुक्त मोर्चा की विचारधारा को रखा । दिनांक 18 फरवरी को संयुक्त मोर्चा की उत्तराखंड टीम ने इस सदस्यता अभियान को सोशलमीडिया के प्लेटफॉर्म पर ले जाने की पहल की जिसे देश भर से बेहतरीन प्रतिक्रिया मिली। और मात्र 1 सप्ताह से कम समय में 1 लाख नई पेंशन योजना आच्छादित सदस्य इस प्लेटफॉर्म पर जुड़ चुके हैं । प्रतिदिन लगभग 10 हज़ार सदस्य इस प्लेटफॉर्म के जरिए पुरानी पेंशन बहाली के लिए संयुक्त मोर्चा से जुड़ रहे हैं।राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत व राष्ट्रीय महासचिव वीरेंद्र दुबे ने संयुक्त मोर्चा को इस बेहतरीन प्रयास हेतु शुभकामनाएँ प्रदान की हैं। सदस्यता अभियान में छत्तीसगढ़ 40 हज़ार सदस्यों के साथ प्रथम , मध्य प्रदेश 20 हज़ार सदस्यों के साथ द्वितीय व 20 हज़ार सदस्यों के साथ गुजरात तृतीय स्थान पर बना हुआ है। अन्य राज्यो से भी लगातार बढ़त बनाई जा रही है। शीघ्र अन्य राज्यो से भी अधिक से अधिक सदस्य राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा से जुड़ रहे हैं। देश भर के 66 लाख सदस्यों तक इस मुहिम को पहुंचाने की कोशिशें जारी हैं। आशा है कि अभी यह संख्या निरन्तर नए आयाम छुएगी।उत्तराखंड से संयुक्त मोर्चे के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य श्री आलोक पांडे ने कहा कि आज देश मे नई पेंशन अवसाद का विषय बन चुकी है कुछ कर्मचारी बुढापे में अत्यंत अल्प पेंशन में गुज़ारे की बात सोचकर मौत को गले लगा रहे हैं। आने वाले समय मे स्थिति और भयावह होगी। इसलिए सम्पूर्ण राज्य के कर्मचारियों से निवेदन है कि आप संयुक्त मोर्चे की गतिविधियों में प्रतिभाग करें और संगठित रहें। धरातलीय कामो के लिए एक मजबूत संवाद माध्यम का होना आवश्यक है और संयुक्त मोर्चा कुटुंब के ज़रिए उसी को स्थापित करने की ओर अग्रसर है जिससे सम्पूर्ण देश को एक आवाज़ मिल सके।संयुक्त मोर्चे के कुटम्ब में बढ़ती हुई सदस्यों की संख्या को देखते हुए प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा है कि अब 1857 की के स्वतंत्रता संग्राम की तर्ज़ पर अलग अलग राज्यो से नहीं बल्कि 1947 के भारत छोड़ो आंदोलन की तर्ज़ पर एक आवाज़ बनकर लड़ाई लड़ी जाएगी। इस तरह से संयुक्त मोर्चा के कुटुंब को मिल रही सफलता इसका परिचायक है।राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष श्री अनिल बडोनी का कहना है कि एप्प पूरी तरह सुरक्षित है और इसमें आपकी निजी जानकारी भी सुरक्षित है। कुटुंब एप्प में आपको बड़ी संख्या में देश भर से इस तरह की प्रतिक्रिया मिलने का अर्थ है कि कर्मचारियों में संयुक्त मोर्चे के प्रति स्वीकृति है।सभी कर्मचारियों से निवेदन है कि वे शीघ्र इस एप्प से जुड़कर मोर्चे को सहयोग दें। आगामी रणनीतियों पर विचार और मंथन के बाद नई कार्ययोजना से सभी कर्मचारी संघो और सदस्य कर्मचारियों को अवगत कराया जाएगा।
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