बेरोजगारों के लिए रोजगार एप की लांचिंग जल्द: भावना पांडे
व्यापार बाजार और किसान हाट एंड मार्ट की भी होगी सुविधा
पर्वतीय क्षेत्रों के ग्रामीणों को घर बैठे बाजार उपलब्ध कराएगा एप
देहरादून। राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने एक नई पहल की है। उन्होंने एक ऐसा एप तैयार किया है जिसमें रोजगार के साथ ही बाजार भी होगा। इस एप में किसानों के लिए भी उनके उत्पाद घर बैठ कर बेचने की व्यवस्था होगी। उन्होंने बताया कि एप के माध्यम से प्रदेश के युवाओं को रोजगार उपलब्ध किया जाएगा। प्रदेश के बेरोजगार इस एप पर निशुल्क रोजगार के लिए आवेदन कर सकते हैं। भावना ने बताया कि यह एप एक क्रांतिकारी प्रयोग है और इसकी लांचिंग जल्द की जाएगी।
राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने बताया कि उन्होंने यूकेआत्मनिर्भर डाट काम एप तैयार किया है। इस एप में तीन तरह के बाजार उपलब्ध कराए गये हैं। पहला रोजगार बाजार, दूसरा व्यापार बाजार और तीसरा किसान हाट एडं मार्ट। उन्होंने कहा कि यह एप उत्तराखंड के लोगों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा और सफल रहेगा। उन्होंने जानकारी दी कि रोजगार बाजार में उत्तराखंड के युवा बेरोजगार चाहे वो स्किल्ड हो या नाॅन स्किल्ड एप में अपना पंजीकरण कर सकता है। यह पंजीकरण निशुल्क है। एप में देश दुनिया के इंपलायर होंगे। चाहे किसी को नर्स चाहिए, कुक चाहिए या अन्य स्टाफ। यानी हर तरह की नौकरियां उपलब्ध होंगी। एप के माध्यम से ही कर्मचारी और नियोक्ता दोनों को जरूरत पूरी हो जाएगी।
भावना पांडे ने बताया कि व्यापार बाजार के तहत हम युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास करेंगे। यह एक बिजनेस प्लेटार्फ होगा। उन्होंने कहा कि व्यापार बाजार में पांच लाख से 25 लाख रुपये तक का निवेश कर ग्रासरी, सुपर 99, डेयरी माॅल जैसे माॅल को प्रोत्साहन दिया जाएगा। प्रदेश के किसी भी शहर या क्षेत्र में इन स्टोर को खोलने की सुविधा होगी। किसान हार्ट एंड मार्ट पूरी तरह से उत्तराख्ंाड के किसानों और ग्रामीणों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इस योजना के तहत जिला या ब्लाक स्तर पर डेली नीड्स के स्टोर खोले जाएंगे। यहां बार्टर सिस्टम यानी लेन-देन के आधार पर भी चलेंगे। यानी यदि किसान पांच किलो दाल स्टोर में देता हैॅ तो वो उसके बदले में घर या रोजाना की जरूरतों का सामान ले जा सकता है। यानी बिना रुपये के खरीदारी। इसी तरह से एप् के माध्यम से ग्रामीण और किसान अपने उत्पाद, हैंडीक्राफ्ट और अन्य वस्तुओं को कंप्यूटर या मोबाइल के माध्यम से बेच सकते हैं। इस एप को गांव-गांव की महिलाओं से जोड़ा जाएगा। ग्रामीण गाय का घी, मंडुआ, झंगोरा समेत किसी भी तरह के उत्पाद इस बाजार के माध्यम से बेच सकते हैं।
भावना पांडे के अनुसार एप उपभोक्ता और उत्पादक के बीच पुल का कार्य करेगा। यह पूरी तरह से पारदर्शी प्रणाली है और ग्रामीणों के लिए घर बैठे ही बाजार उपलब्ध कराता है। उन्होंने बताया कि इस एप की लांचिंग एक माह में हो जाएगी।
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