Site icon Memoirs Publishing

ऑफिस से छुट्टी पाने को किया किडनैपिंग का ड्रामा

नई दिल्ली | 19 वर्षीय ब्रांडन सॉल्स ने काम से छुट्टी पाने के लिए अपना फेक किडनैपिंग करवाया। पुलिस के मुताबिक, उन्होंने ब्रांडन सॉल्स को एक पानी टंकी के पास पाया। जहां उसके हाथ बेल्ट से बंधे थे और उसके मुंह में एक बंदाना (एक तरह का रंग-बिरंगा कपड़ा) ठूंसा हुआ था। राहगीरों को ब्रांडन इसी हालत में मिला था।

आरोपी ब्रांडन ने पुलिस को बताया कि उसे दो लोगों ने अगवा कर लिया था। उन्होंने उसे बेहोश कर दिया और पानी के टॉवर से गुजरने के दौरान एक वाहन से बाहर इधर फेंक दिया। ब्रांडन ने दावा किया था कि अपहरणकर्ताओं ने उसका अपहरण इसलिए कर लिया था क्योंकि उसके पिता ने शहर के चारों ओर पैसे छिपाए थे। हालांकि, बाद में जब पुलिस की जासूस टीम ने जांच की तो उन्हें इस तरह का कोई सबूत नहीं मिला, जिससे यह साबित हो कि उसका अपहरण या हमला हुआ था। ब्रांडन की कही कहानी का सच जानने के लिए टीम ने सर्विलांस वीडियो देखने की भी कोशिश की, मगर सच साबित नहीं हो पाया। एक स्थानीय प्रकाशन के अनुसार, आरोपी ब्रांडन ने बाद में पुलिस के सामने स्वीकार किया कि उसने काम से छुट्टी पाने के लिए झूठी कहानी बना ली थी। उसे झूठी किडनैपिंग की कहानी गढ़ने के लिए 17 फरवरी 2021 को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में एक अधिकारी ने एबीसी न्यूज को बताया कि उसने हमें बताया कि उसने सबसे पहले अपने मुंह में कपड़े डालकर बंद किया और बाद में उसने खुद अपनी बेल्ट उतार ली और अपने हाथों को उसी बेल्ट से बांध दिया और फिर जमीन पर लेट गया। वह सड़क किनारे ऐसी जगह पर लेट गया, जहां से किसी भी राहगीर की नजर पड़ जाए। इसके बाद वह इंतजार करने लगा। बताया जा रहा है कि कंपनी को जब इस पूरे मामले की जानकारी मिली तो कंपनी ने ब्रांडन को उसी वक्त काम से हटा दिया। यह मामला वहां की सोशल मीडिया में काफी चर्चा में है।

Share this content:

Exit mobile version