कुमाऊं के साथ त्रिवेंद्र सरकार ने किया सौतेला व्यवहार: भावना पांडे
चार साल बाद अब ली जा रही कुमाऊं की सुध
बिंदुखत्ता की जनता को कब मिलेगा उनकी जमीन का हक…..?
देहरादून। राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कुमाऊं दौरों को लेकर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि भाजपा सरकार ने पिछले चार साल के दौरान कुमाऊं के साथ सौतेला व्यवहार किया और अब भाजपा कुमाऊं पर मेहरबान हो रही है। उन्होंने कहा कि कुमाऊं ही नहीं पूरे प्रदेश के लोग त्रिवेंद्र सरकार से त्रस्त हैं और अगले चुनाव में यहां से भाजपा का सूपड़ा साफ हो जाएगा। उन्होंने सीएम त्रिवेंद्र से अपील की है कि बिंदुखत्ता की गरीब जनता और पूरे कुमाऊं में वन भूमि और पट्टे की जमीन पर चल रही व्यवसायिक गतिविधियों का संज्ञान लें।
राज्य आंदोलनकारी भावना के मुताबिक मुख्यमंत्री लगातार कुमाऊं में हैं। इसके बावजूद सरकार के पुतले फूंके जा रहे हैं। विरोध हो रहा है। लोग त्रिवेंद्र सरकार से खासे नाराज हैं। भाजपा के नेता भी यहीं डेरा डाले हुए हैं। महिला आयोग की अध्यक्ष विजय बड़थ्वाल भी हल्द्वानी पहुंच रही हैं। उन्होंने सवाल किया कि आखिर हल्द्वानी में ऐसा क्या खजाना है कि सभी भाजपाई नेता यहां पहुंच रहे हैं। उन्होंने त्रिवेंद्र सरकार पर तंज कसा कि सरकार ने कुमाऊं के साथ सौतेला व्यवहार किया और गढ़वाल का खूब विकास किया, इतना विकास की आपदा में सुरंग में फंसे लोगों की तलाश 13 दिनों में भी नहीं हो सकी है। भावना पांडे ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री हल्द्वानी में हैं तो वो यहां के उन पार्कों को संज्ञान में लें, जहां अवैध कालोनियां काटी गई हैं। हल्द्वानी में दर्जनों अवैध बस्तियां बसा दी गई हैं। नेताओं ने गरीब जनता को धोखे से ये जमीन बेच दी और अवैध वोट बैंक बना लिया। अब यदि हल्द्वानी स्मार्ट सिटी बनती है या भविष्य में यहां मेट्रो आती है तो सरकार सबसे पहले गाज इन गरीब लोगों के घरों पर गिराएगी। तब उनका क्या होगा? भावना पांडे ने सीएम त्रिवेंद्र रावत से सीधे कहा कि उन्हें हल्द्वानी की जनता की सुरक्षा चाहिए।
राज्य आंदोलनकारी भावना ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री कुमाऊं दौरे पर हैं तो उन्हें यह संज्ञान लेना चाहिए कि कितने नेताओं ने वन भूमि पर होटल बनाए हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कुमाऊं में लीज की जमीन को फ्री-होल्ड कर दिया गया है। यह कार्य कांग्रेस सरकार में किया गया था। इस संबंध में मुकदमे हाईकोर्ट में चल रहे हैं। इस मुद्दे का भी संज्ञान लें। भावना पांडे ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को सलाह दी है कि वो एक बार लालकुंआ के बिंदुखत्ता में भी जरूर जाएं। वहां बड़ी संख्या में गढ़वाली और कुमाऊंनी लोग रहते हैं। ये सब अवैध बस्ती में रहते हैं। हर बार नेता चुनाव के समय में यहां आते हैं और वादे का झुनझुना थमा कर चले जाते हैं। ये बस्तियां अब तक वैध नहीं हो सकी हैं। बिंदुखत्ता की जनता को किसी तरह से बिजली-पानी तो मुहैया हो गया है लेकिन इनकी जमीन स्थायी कब होगी? इनको मालिकाना हक कब मिलेगा?
राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि भाजपा को एक महिला से क्या डर लग रहा है? वो हल्द्वानी से क्या लालकुंआ से भी चुनाव लड़ सकती हैं। उन्होंने कहा कि तीसरे विकल्प की सक्रियता के कारण ही त्रिवेंद्र सरकार और भाजपा कुमाऊं की ओर है, लेकिन अब जनता जान और ठान चुकी है कि भाजपा और कांग्रेस उनके साथ छल करते हैं, इसलिए अब तीसरा विकल्प उनके पास हैै। उन्होंने कहा कि इस बार महिलाओं और युवाओं की सरकार होगी
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