देहरादून। हाई ब्लड शुगर लेवल स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होता है। इसलिए इसको नियंत्रित करना जरूरी है। जिनको डायबिटीज है, उन्हें तो खासतौर पर इस पर ध्यान देना चाहिए। डायबिटीज वालों के खून में ग्लूकोज या ब्लड शुगर का स्तर सामान्य से अधिक होता है। ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित करने के लिए डाइट की सही जानकारी जरूरी है। यदि यह लक्षण दिखें तो सतर्क हो जायें तथा डाक्टर की सलाह पर अपनी दिनचर्या और खानपान पर ध्यान दें।
शुगर पीड़ितों को बार-बार पेशाब महसूस होती है। इससे बचने के लिए अगर पानी कम पीएंगे तब भी यह दिक्कत आएगी। उलटा इससे डिहाइड्रेशन भी हो जाता है। बेहतर है कि पानी खूब पीएं। डाक्टर से सलाह लेकर प्रोपर इलाज कराए।
जिनकी शुगर की मात्रा बढ़ जाती है, उन्हें प्यास भी खूब लगती है। हालांकि पानी खूब पीना चाहिए लेकिन जरूरत से ज्यादा पी लेने से हार्ट और किडनी पर इसका बुरा असर पड़ सकता है। असल में हम जितना ज्यादा पानी पीएंगे, हमारी किडनी को उतना ही अधिक मात्रा में इसे फिल्टर करना पड़ेगा। इससे किडनी का काम बढ़ जाता है।
अगर कमजोरी महसूस हो रही है और बहुत जल्द थक जाते हैं तो फौरन ब्लड शुगर की जांच कराइए। यह संकेत शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ने का हो सकता है। कमजोरी लंबे समय तक बनी रही तो आप तुरंत डाक्टर को दिखाइए।
शुगर लेवल के बढ़ने पर शरीर के कुछ हिस्सों में सुन्नता महसूस हो सकती है। अगर ऐसा लक्षण दिखे तो यह इस बात का संकेत है कि शुगर लेवल बढ़ गया है। यह खतरनाक होता है। ऐसे में तुरंत ऐहतियात बरतना शुरू करिए और डाक्टर की सलाह से अपनी दिनचर्या में बदलाव लाइए।
अगर काम करते-करते कभी आंखों के सामने अंधेरा छा जाने या कम दिखने की स्थिति पता चलती है तब भी सावधान हो जाइए। यह भी ब्लड शुगर बढ़ने की ओर इशारा है। डाक्टर को इसके बारे में बताइए और उनसे सलाह लेकर अपना इलाज कराइए।
कुछ चीजें अपनाकर ब्लड शुगर और डायबिटिज को नियंत्रित कर सकते हैं। जैसे खाने में दालचीनी का प्रयोग करने, बादाम, लहसुन, अखरोट और हल्दी का सेवन करने से हाई ब्लड शुगर लेवल संतुलित करने में मदद मिलती है। इसके अलावा सिरका खाने से भी राहत मिलती है।
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