गढ़वाल हितैषिणी सभा की नयी कार्यकारिणी गठित करने के निर्देश
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सी एम पपनैं
वार्षिक आम बैठक की अध्यक्षता कर रहे, नरेंद्र सिंह नेगी द्वारा, उपस्थित सदस्यों का स्वागत किया गया। सभा के दिवंगत सदस्यों, देश रक्षा में शहीद हुए जवानों व विगत दिनों, चमोली में आयी आपदा में, अकाल मृत्यु को प्राप्त, दिवंगत आत्माओं को आम सभा मे, दो मिनट का मौन रख, श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।
29 सितंबर, 2020 को सभा के तत्कालीन अध्यक्ष, मोहबत सिंह राणा के आकस्मिक निधन से रिक्त हुए, अध्यक्ष पद पर 30 सितंबर, 2020 से सभा के विधान व व्यवस्थानुसार, कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त, तत्कालीन उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह नेगी को अध्यक्ष के रुप में, आम सभा द्वारा, उक्त नियुक्ति को सभा विधान के तहत स्वीकृति देते हुए, प्रस्ताव की पुष्टी की गई।
सभा महासचिव पवन कुमार मैठाणी द्वारा सभा की गतिविधियों की सारगर्भित रिपोर्ट व कोषाध्यक्ष राजेश राणा द्वारा सभा की आय-व्यय की रिपोर्ट, प्रस्तुत की गई। उक्त दोनों रिपोर्ट पर चर्चा कर, आम सभा द्वारा, सर्वसम्मति से दोनों रिपोर्टों को अनुमोदित किया गया।
आयोजित बैठक मे, सभा पदाधिकारियों द्वारा, बोलने के इच्छुक सभी सदस्यों से, सभा के सर्वांगीण उत्थान हेतु, विचार व सुझाव रखने का आग्रह किया गया। उन्नीस सदस्यों द्वारा सभा के उत्थान हेतु, बेबाक रूप से महत्वपूर्ण सुझाव रखे गए। वक्ताओं द्वारा, वर्तमान कार्यकारिणी के सम्पूर्ण कार्यकाल व किए गए कार्यों की, भूरि-भूरि प्रशंसा व सराहना की गई।
सभा सह-सचिव अजय सिंह बिष्ट द्वारा महासमिति की वार्षिक बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों का आभार व्यक्त कर, अध्यक्ष की अनुमति से धन्यवाद प्रस्ताव रख, वार्षिक बैठक समापन की घोषणा की गई। आम सभा की बैठक का संचालन सभा महासचिव पवन कुमार मैठाणी द्वारा किया गया।
विगत दिनों गढ़वाल हितैषिणी सभा को रजिस्ट्रार ऑफ सोसाइटी कार्यालय से सन् 1941 के संविधान संशोधन की बहु-प्रतीक्षित संशोधित सत्यापित प्रति प्राप्त हुई थी। सन् 1941के बाद गढ़वाल हितैषिणी सभा के इतिहास में पहली बार नियमानुसार सभा का संविधान संशोधित हुआ था। जिसे सभी वैधानिक प्रक्रियाओं से गुजरने व पूर्ण जांच के बाद, रजिस्ट्रार ऑफ सोसायटी द्वारा स्वीकृत कर, सत्यापित प्रति, सभा को मुहैया करवाई गई थी। गढवाल हितैषिणी सभा का संशोधित संविधान लागू हुआ था।
गढ़वाल हितैषिणी सभा, दिल्ली मे प्रवासरत प्रवासियो द्वारा गठित, सामाजिक व सांस्कृतिक संस्थाओ की मुख्य प्रतिनिधि संस्था के रूप मे दस दशकों से विख्यात संस्थाओ मे सुमार रही है। वर्षभर सभा के जन सरोकारों से जुडे कार्यक्रम न सिर्फ दिल्ली महानगर मे, उत्तराखंड के गांव देहात मे भी चलायमान रहते हैं। चाहे वह कार्यक्रम शिक्षा से जुड़ा हुआ हो या स्वास्थ सुविधाओ से, या प्राकृतिक आपदा के समय राहत कार्यो से।
‘गढ़वाल भवन’ जिसका संचालन ‘गढ़वाल हितैषिणी सभा’ पदाधिकारियों द्वारा किया जाता है, उत्तराखंड के प्रबुद्धजनो व संस्थाओ के लिए बहुत मददगार रही है। उत्तराखंड की संस्थाओ व लोगों के लिए ‘गढ़वाल भवन’ का किराया मामूली होता है, जिसे बडी मदद के रूप में देखा जा सकता है। उत्तराखंड के प्रबुद्ध लोगों के लिए वर्ष 2023 प्रेरणादायी व खुशनुमा बनने जा रहा है, उक्त वर्ष यह सु-विख्यात संस्था, अपना शताब्दी वर्ष, हर्षोल्लास के साथ मनायेगी, जो उत्तराखंडियो के लिए एक सुखद, गरिमामयी व प्रेरणादायी वर्ष होगा।
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