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छिटपुट हिंसाओं के बीच बंगाल में 77.38 फीसद हुआ मतदान

छिटपुट हिंसाओं के बीच बंगाल में 77.38 फीसद हुआ मतदान

कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 30 सीटों पर मतदान जारी है। इस बीच कई जगहों से हिंसा की खबर सामने आ रही है। पुरुलिया विधानसभा क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस का प्रत्याशी सुजय बनर्जी के खिलाफ धमकी देने का आरोप लगाकर पुरुलिया सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराया गया है। भाजपा कार्यकर्ता दीपक वाउड़ी ने यह केस दर्ज कराया है। शाम पांच बजे तक 77.38 फीसद मतदान हुआ है। इस बीच कैलाश विजयवर्गीय की अगुवाई में भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात की है। भाजपा की ओर से चुनाव में जगह-जगह हिंसा व मतदाताओं को बाधा देने को लेकर शिकायत की गई। इससे पहले टीएमसी ने मतदान फीसद में गड़बड़ी को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की।

बता दें कि मतदान सुबह 7:00 बजे से शुरू हुआ और शाम 6:30 बजे तक चलेगा। कोरोना संबंधी नियमों का पालन सुनिश्चित करते हुए चुनाव हो रहा है। इसके मद्देनजर वोटिंग का समय बढ़ाया गया है। राज्य की पांच जिलों पुरुलिया,बांकुड़ा,झाड़ग्राम, पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर की 30 विधानसभा सीटों के लिए वोट पड़ रहे हैं। इनमें से सात चुनाव क्षेत्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है।  कुल 191 प्रत्याशी मैदान में हैं।  इनमें तृणमूल व भाजपा के 29-29, माकपा के 18, बसपा के 11, भाकपा के चार, कांग्रेस के छह, फॉरवर्ड ब्लॉक के दो, आरएसपी का एक, अन्य दलों के 48 व 43 निर्दलीय हैं। इनमें से 11 आरक्षित सीटें हैं। चार अनुसूचित जाति व सात अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।

– भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने पहले चरण में 90 फीसद बूथों पर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान होने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि अगर सारे गुंडे-बदमाशों को चुनाव से पहले गिरफ्तार किया गया होता तो 100 फीसद बूथों पर बिना किसी गड़बड़ी के मतदान होता।

भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात की

कैलाश विजयवर्गीय की अगुवाई में भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात की है। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि हमने कुछ अपराधियों खासकर नंदीग्राम के अपराधियों की एक सूची भी चुनाव आयोग को दी है। 6 सालों में ये पहला चुनाव है जिसमें कम हिंसा हुई और लोगों ने निर्भीकता से मतदान किया। हम चुनाव आयोग को धन्यवाद और सलाह देने आए थे कि अगर लिस्टिड असामाजिक तत्वों को चुनाव से पहले गिरफ़्तार कर लिया गया तो दूसरे चरण में 10% मतदान केंद्रों पर भी हिंसा नहीं होगी।

 

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