कोयला घोटाले में CBI ने पश्चिम बंगाल के अफसरों पर कसा शिकंजा
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Election) के पहले सीबीआई (CBI) ने कोयला घोटाले को लेकर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. अब बंगाल के सरकारी अधिकारियों (Government Officers) पर सीबीआई (CBI) ने शिकंजा करना शुरू कर दिया है. कोयला घोटाले (Coal Scam) में संलिप्तता के आरोप में सीबीआई ने एक पुलिस कमिश्नर (Police Commissioner) और एक पूर्व जिला मजिस्ट्रेट (DM) को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है.
सीबीआई के सूत्रों के अनुसार आसनसोल जिले के पुलिस कमिश्नर रह चुके लक्ष्मी नारायण मीणा को सीबीआई का नोटिस भेजा गया है और सीबीआई ने उन्हें आज पूछताछ के लिए बुलाया है. इसके साथ ही बांकुड़ा जिले के पूर्व डीएम अरुण प्रसाद को सीबीआई का नोटिस है. सीबीआई ने बुधवार को पूछताछ के लिए बुलाया है.
बता दें कि सीबीआई ने कोयला घोटाले में संलिप्तता के आरोप में सीबीआई ने राज्य की सीएम और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamatga Banerjee) के भतीजे एमपी अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) की पत्नी रूजिरा बनर्जी और उनकी साली मेनका गंभीर के साथ-साथ उनके रिश्तेदारों से भी पूछताछ की है. इस मामले में आरोपी विनय मिश्रा के भाई विकास मिश्रा को ईडी ने गिरफ्तार भी कर लिया है.
आरोपी विनय मिश्रा ने हाईकोर्ट का खटखटाया दरवाजा
दूसरी ओर, कोयला और मवेशी तस्करी का आरोपी विनय मिश्रा अब खुद के बचाव के लिए कलकत्ता उच्च न्यायालय पहुंचा है. अभिषेक बनर्जी का करीबी माने जाने वाला मिश्रा पिछले कई महीनों से फरार है और सीबीआई ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है. विनय मिश्रा ने कलकत्ता उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है और इस मामले में सभी आरोपों को खारिज करने की मांग की. सूत्रों के अनुसार, यह मामला जस्टिस जॉय सेनगुप्ता की एकल पीठ में आया. अदालत ने मामले की सुनवाई के लिए 31 मार्च की तारीख तय की है.
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