केरल में टिकट बंटवारे से नाराज कोंग्रेसी नेता पीसी चाको ने दिया इस्तीफा
कांग्रेस के सीनियर नेता पी.सी.चाको (PC Chacko) ने केरल में टिकट बंटवारे से नाराज होकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. पार्टी से करीब 5 दशक जुड़े रहने वाले चाको ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी है और अपना इस्तीफा पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेज दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व ने स्थिति को सुधारने के लिए कोई कदम नहीं उठाया. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों के चयन के लिए प्रदेश समिति की कोई भूमिका नहीं है.
इस्तीफे की घोषणा के बाद कांग्रेस के पूर्व सांसद पीसी चाको ने कहा, “मैं पिछले कई दिनों से इस फैसले पर सोच रहा था. मैं केरल से हूं, जहां कांग्रेस पार्टी जैसा कुछ नहीं है. वहां 2 पार्टी हैं- कांग्रेस (आई) और कांग्रेस (ए). वहां 2 पार्टियों की कोऑर्डिनेशन कमिटी है, जो KPCC के रूप में काम कर रही है.” पीसी चाको का इस्तीफा केरल विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. पीसी चाको ने कहा कि उनका फिलहाल कोई फ्यूचर प्लान नहीं है और उनका किसी और पार्टी से कोई जुड़ाव नहीं है.
टिकट बंटवारे से नाराज थे चाको
केरल में टिकट बंटवारे को लेकर उन्होंने कहा कि हाई कमान को बताने की कोशिश के बावजूद कोई ध्यान नहीं दिया गया. उन्होंने कहा, “सिर्फ ओमान चांडी और रमेश चेन्नीथला सीट को लेकर फैसला करते हैं. यह एक बहुत ही निराश करने वाली स्थिति है. मैंने इस मुद्दे को नोटिस में लाने की कोशिश की. मेरी हाई कमांड के साथ अच्छी बनती है लेकिन फिर भी मैं उनका ध्यान नहीं दिला पाया.”
उन्होंने कहा, “केरल में बेहद महत्वपूर्ण चुनाव होने जा रहा है. लोग कांग्रेस को वापस लाना चाहते हैं लेकिन कांग्रेस के शीर्ष नेताओं द्वारा गुटबाजी की जा रही है. मैंने पार्टी हाई कमान से कहा कि ये खत्म होना चाहिए. लेकिन हाई कमान ने दोनों गुटों के प्रस्तावों पर सहमति जता रही है.”
चाको ने कहा कि कांग्रेस एक महान परंपरा है. कांग्रेसी होना एक प्रतिष्ठा की बात है लेकिन आज केरल में कोई भी कांग्रेसी नहीं हो सकता. कोई ‘आई’ ग्रुप से है या ‘ए’ ग्रप से संबंध रखता है. उन्होंने कहा, “इसलिए आज मैंने ये फैसला लिया है. हाई कमान इस परिस्थिति का मूक गवाह बनी है और इसका कोई समाधान नहीं है.”
Share this content: