केरल में शुरू हुई देश की पहली डिजिटल यूनिवर्सिटी
ये यूनिवर्सिटी केरल सरकार द्वारा 2021 के अपने बजट में घोषित डिजिटल बदलाव के अभियान की भी अगुवाई करेगी. टेक्नोसिटी में लगभग 10 एकड़ के परिसर में तैयार यह यूनिवर्सिटी टेक्नोलॉजी से जुड़े कई विषयों पर छात्रों को शिक्षा उपलब्ध कराएगी.
केरल ने शिक्षा के श्रेत्र में एक बड़ा कदम उठाते हुए तिरुवनंतपुरम के पास मंगलापुरम स्थित टेक्नोसिटी में देश की पहली डिजिटल यूनिवर्सिटी की शुरुआत की है. प्रदेश के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन अध्यक्षता में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इस यूनिवर्सिटी का उद्घाटन किया. मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान जो कि, केरल यूनिवर्सिटी ऑफ डिजिटल साइंसेस, इनोवेशन एंड टेक्नॉलजी (KUDSIT) के चांसलर भी हैं ने इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित भी किया.
यूनिवर्सिटी से मिलेगा नयी टेक्नोलॉजी को बढ़ावा: राज्यपाल
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए राज्यपाल खान ने कहा कि, डिजिटल यूनिवर्सिटी की शुरुआत नई टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने और इसके द्वारा लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के राज्य सरकार के संकल्प का हिस्सा है. उन्होंने उम्मीद जताई की यह यूनिवर्सिटी उच्च शिक्षा और तकनीक के क्षेत्र में अहम भूमिका निभाएगी.
राज्यपाल ने कहा कि, “हमारे जीवन में ज्ञान की भूमिका बेहद अहम है. इस से हमारे अंदर साहस, समझदारी, एकता की समझ आती है. साथ ही ये हमें अज्ञानता से भी आजाद करता है.” उन्होंने कहा, “इस डिजिटल यूनिवर्सिटी के जरिये छात्रों को आर्टीफिशियल इंटेलिजेन्स, ब्लॉकचेन, डाटा एनालिटिक्स समेत अन्य डिजिटल कोर्स पढ़ाए जाएंगे, जिस से वो इस श्रेत्र में आगे बढ़ सकें.”
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यूनिवर्सिटी में बनाए गए हैं पांच ‘स्कूल ऑफ नॉलेज’
इस डिजिटल विश्वविद्यालय की स्थापना दो दशक पुराने संस्थान, भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी और प्रबंधन केरल (IIITM-K) को अपग्रेड करके की गई है. यूनिवर्सिटी ने इसके लिए पांच ‘स्कूल ऑफ नॉलेज’ बनाए हैं. जिनमें स्कूल ऑफ कम्प्यूटर साइंस एंड इंजिनीयरिंग, स्कूल ऑफ डिजिटल साइंसेस, स्कूल ऑफ इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम्स एंड ऑटोमेशन, स्कूल ऑफ इंफोरमेटिक्स और स्कूल ऑफ डिजिटल ह्यूमैनिटीज एंड लिबरल आर्टस शामिल हैं.
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