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राजधानी दून में दो दिन में चल गई तीन सौ फलदार बृक्षों पर भूमाफियाओं की आरी।

राजधानी दून में दो दिन में चल गई तीन सौ फलदार बृक्षों पर भूमाफियाओं की आरी।

(सुनील गुप्ता, ब्यूरो चीफ)।

देहरादून। विगत तीन दिनों से जहां राजनीतिक उठापटक का सियासी पारा चढा हुआ था वही दूसरी ओर राजधानी दून में ही माफिया साँठगाँठ से कर रहा अवैध रूप से हरे बृक्षों के बगीचे का सफाया और आम के हरेभरे पेडो़ं पर चलवा रहे आरियाँ। वन विभाग उद्यान विभाग पर और उद्यान विभाग पुलिस पर थोप झाड़ रहे पल्ला।  बडे़ अधिकारी डीएम साहिबा, डीएफओ व एसंएसपी फोन न उठाने के हैं आदी, एसडीएम बन रहे अनजान।

राजधानी देहरादून से महज 12-14 किमी पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी के निकट मौजा कंडोली के बिडास गाँव में वन विभाग, उद्यान विभाग, राजस्व विभाग व पुलिस की साँठगाँठ से हुआ हरेभरे वडे़ बगीचे का सफाया।

एसडीएम विकासनगर सहित सभी अधिकारी जानकर बन रहे अनजान।

जब ‘पोलखोल’ टीम पहुँची मौके पर तो मच हड़कम्प।

जिला उद्यान अधिकारी मीनाक्षी जोशी का कहना कि दर्ज कराई जाएगी FIR व होगी सख्त कार्यवाही।

रेंजर झाझरा भी टीम के पहुँचते ही मौके से दुम दबा कर भागा।

राजधानी दून में दो दिन में चल गई तीन सौ फलदार बृक्षों पर भूमाफियाओं की आरी।

चौकी इंचार्ज भी जानकारी देने से कतराता नजर आया, बाकी दर्जनों हत्यारों को छोड़ एक ठेकेदार ननिया (हुसन नयन) को पकड़ भेज थाने रची वही पुरानी रटीरटाई कहानी दिखाये फर्जी आँकडे़।

दर्जनों ट्रक, ट्राली भरभर पेड़ लादकर कैसे गायब हो गयी पुलिस चाकी के सामने से।

लगभग डेड़- दो सौ बीघा का था यह आम के पेड़ का बगीचा।

राजधानी दून में दो दिन में चल गई तीन सौ फलदार बृक्षों पर भूमाफियाओं की आरी।

 

कोई रावत कर रहा है इस अवैध कटान की शासन व प्रशासन से लाइजनिंग?

जड़ें व ठूँटे जमीन में भी दबाए, अब होगी अवैध प्लाटिंग यहाँ!

सर्वोच्च न्यायलय व एनजीटी के आदेशों का खुला उल्लंघन।

पीसीसीएफ चीफ भरतरी ने हमारे फोन पर लिया संज्ञान।

देखना यहाँ गौर तलब होगा कि इस प्रकरण पर होगी सख्त कार्यवाही या फिर की जाएगी खानापूर्ति?

 

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