इसरो ने फ्री-स्पेस क्वांटम कम्यूनिकेशन का किया सफल परीक्षण
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 300 मीटर की दूरी तक फ्री स्पेस क्वांटम कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी का सफल परीक्षण किया है। देश में पहली बार ऐसा परीक्षण हुआ। कम्युनिकेशन की इस टेक्नोलॉजी में हैकिंग असंभव है। इस परीक्षण के जरिए इसरो ने एक तरह से प्रकाश कणों के जरिए संदेशों को बेहद सुरक्षित ढंग से भेजने में विशेषज्ञता प्राप्त कर ली है।
इसरो ने बताया कि इस टेक्नोलॉजी में क्वांटम-की-एनक्रिप्टेड सिग्नल के जरिये वीडियो कांफ्रेंसिंग की गई। इस टेक्नोलॉजी की मदद से सेटेलाइट डाटा कम्युनिकेशन अति सुरक्षित हो सकेगा। पारंपरिक क्रिप्टोसिस्टम में गणित के एल्गोरिदम के आधार पर डाटा एनक्रिप्शन होता है, जबकि क्वांटम कम्युनिकेशन में फिजिक्स के नियमों के आधार पर डाटा सिक्योरिटी सुनिश्चित होती है।
इसरो ने बताया कि क्वांटम क्रिप्टोग्राफी को ‘फ्यूचर प्रूफ’ भी कहा जाता है, क्योंकि भविष्य में कंप्यूटर के क्षेत्र में विकसित होने वाली कोई भी नई व्यवस्था क्वांटम क्रिप्टोसिस्टम को तोड़ने में सक्षम नहीं हो पाएगी।
इसरो ने इसे एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया है। क्वांटम तकनीक की विशेषता यह है कि इसके जरिए भेजे गए संदेशों को कोई हैक नहीं कर सकता जिसे ‘क्वांटम की डिस्ट्रीब्यूशन’ प्रौद्योगिकी भी कहा जाता है। इस बेहद महत्वपूर्ण तकनीक का प्रदर्शन अहमदाबाद स्थित स्पेस एप्लीकेशंस सेंटर में किया गया। परीक्षण रात में किया गया जिससे कि सूर्य का प्रकाश सीधे इसे प्रभावित न कर सके।
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