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बदमाशों ने की फायरिंग, अपराधी को पुलिस के कब्जे से छुड़ाकर फरार

बदमाशों ने की फायरिंग, अपराधी को पुलिस के कब्जे से छुड़ाकर फरार

 

राजधानी में बढ़ते अपराध को रोकने में नाकाम दिल्ली पुलिस को एक बार फिर बदमाशों ने खुलेआम चुनौती दे डाली. बदमाशों ने दिल्ली के जीटीबी अस्पताल के ठीक बाहर कई राउंड फायरिंग की और एक कुख्यात अपराधी को पुलिस के कब्जे से छुड़ाकर फरार हो गए. इस घटना से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. अभी तक बदमाशों की कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.

जानकारी के मुताबिक जिस कैदी को पुलिस हिरासत से छुड़ाया गया, वो कोई मामूली बदमाश नहीं है. उस कैदी का नाम कुलदीप बताया जा रहा है. जिसे दिल्ली पुलिस की थर्ड बटालियन की टीम जेल से जीटीबी अस्पताल लेकर आई थी. वहां उसका मेडिकल होना था. तभी वहां एक स्कोर्पियो कार और बाइक पर सवार होकर आधा दर्जन के करीब बदमाश पहुंचे.

वो बदमाश अस्पताल के अंदर दाखिल हुए और करीब 12:30 बजे उन लोगों ने पुलिस बटालियन के इंचार्ज पर मिर्ची पाउडर फेंक दिया. इससे पहले पुलिसकर्मी कुछ समझ पाते ठीक उसी वक्त बदमाशों ने कैदी कुलदीप को छुड़ाने के लिए पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी, और गोलीबारी का फायदा उठाकर शातिर बदमाश कुलदीप वहां से लेकर भाग निकले.

जबकि पुलिस की जवाबी फायरिंग में कैदी को छुड़ाने आए बदमाशों में एक पुलिस की गोली का शिकार हुआ, मौके पर ही उसकी मौत हो गई. कुलदीप, कुख्यात बदमाश जितेंद्र गोगी गैंग का सदस्य है. उस पर हत्या जैसे 70 से अधिक केस दर्ज हैं. पुलिस फायरिंग में मारे गए बदमाश की पहचान अभी तक नहीं हुई है.

कस्टडी से फरार हुआ शातिर बदमाश कुलदीप कुख्यात है. वो दिल्ली और हरियाणा से वांटेड था. उसे कुलदीप उर्फ फज्ज़ा के नाम से भी जाना जाता है. दिल्ली पुलिस ने उस पर 2 लाख का इनाम रखा था. 2020 में दिल्ली पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था. उसकी फरारी के बाद दिल्ली पुलिस की सभी टीम को अलर्ट किया गया है.

ताजा जानकारी के मुताबिक फायरिंग की वारदात अस्पताल के अंदर हुई. जहां बदमाश लाल मिर्ची पाउडर लेकर आए थे. उन्होंने पहले बटालियन के इंचार्ज पर मिर्ची पाउडर फेंका और फिर बदमाश कुलदीप को छुड़ा कर भागने लगे. पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए गोली चलाई, जिसमें एक बदमाश मौके पर मारा गया.

कुलदीप को छुड़ाने आए बदमाश अपनी सफेद रंग की स्कार्पियो कार मौके पर छोड़ कर भाग गए. उसी में सवार होकर 5 बदमाश अस्पताल आए थे. उन्होंने अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों को चकमा देने के लिए कार के अगले शीशे पर POLICE लिखा हुआ था. पुलिस की जवाबी फायरिंग के कारण बदमाशों को स्कार्पियो कार छोड़ कर भागना पड़ा.

पुलिस के अनुसार, 3 मार्च 2020 को कुलदीप को स्पेशल सेल ने दिल्ली की वांटेड लिस्ट में नंबर वन पर आने वाले कुख्यात अपराधी जितेंद्र गोगी के साथ गुरुग्राम से गिरफ्तार किया था. उस वक्त कुल 4 गैंगस्टर गिरफ्तार किए गए थे, जिन पर कुल साढ़े दस लाख का इनाम था. दिल्ली में पहली बार एक साथ इतने बड़े गैंगस्टर्स की गिरफ्तारी हुई थी. गिरफ्तारी के वक्त दिल्ली पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में गोगी तो पहले नंबर पर था ही, लेकिन कुलदीप भी छठे नंबर पर था. इनके पास से 6 इंपोर्टेड पिस्टल और 70 जिंदा कारतूस बरामद किए गए थे.

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