उत्तराखंड में राजनीतिक परिवर्तन लाने के लिए तीसरा विकल्प की देवभूमि बचाओ यात्रा से ठीक पहले यात्रा और संगठन की राष्ट्रीय संयोजक भावना पांडे ने प्रदेश के भाजपा सांसदों पर जुबानी हमला करते हुए उनसे केंद्र सरकार की योजनाओं से लाभान्वित उत्तराखंड के लोगों की लिस्ट जारी करने की मांग की है …. इसके साथ ही भावना पांडे नहीं नैनीताल सांसद अजय भट्ट पर निशाना साधते हुए कहा है कि जब प्रदेश में चुनाव करीब है सांसद महोदय को याद आ रही है कि केंद्र की योजनाओं का लाभ लोगों को मिल रहा है या नहीं . उन्होंने खास तौर पर प्रधानमंत्री की 24 अलग-अलग योजनाओं के साथ उज्जवला योजना और आयुष्मान योजना पर सवाल उठाया कि क्या सांसद अजय भट्ट यह बता सकते हैं कि उज्ज्वला योजना में कितने लाख लोगों को लाभ दिया गया है और आयुष्मान योजना के तहत कितने परिवारों को फायदा पहुंच रहा है ?
भावना पांडे ने विभिन्न योजनाओं के तहत मिलने वाली किट और साइकिल योजना पर भी निशाना साधते हुए कहा की भाजपा सरकार के लोग अपने अपने कार्यकर्ताओं को साइकिल और किट देकर आम जनता को बरगला रहे हैं ।उन्होंने कहा कि अगर उनके पास सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों की असली सूची है तो वह जारी करें और बताएं कि कितने गरीब परिवारों को साइकिल और किट मिली है।
इसके साथ ही भावना पांडे ने अशोक लीलैंड में लंबे समय चल रहे युवाओं के आंदोलन का जिक्र करते हुए भी कहा कि 13 जिलों के एक हज़ार युवा अपने रोजगार और नौकरी को बचाने का संघर्ष कर रहे हैं ऐसे में कहां हैं शिक्षा मंत्री निशंक और कहां है संसद सदस्य अजय भट्ट ? जिन युवाओं ने कर्ज़ लेकर मुश्किल हालातों में डिग्री और डिप्लोमा का कोर्स पूरा कर इस कंपनी में स्थाई नौकरी की उम्मीद पाली थी उन्हें आज स्थाई नहीं किया जा रहा है, उनके परिवारों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं और भाजपा के सांसद , मंत्री और स्थानीय नेता चुपचाप तमाशा देख रहे है।
बेरोजगारी के मुद्दे को अपने बयान में सबसे बड़ा मुद्दा बनाते हुए भावना पांडे ने कहा कि इस परेशान 1000 युवाओं के इस संघर्ष को आज भाजपा सरकार क्यों नहीं कोई समाधान दे पा रही है ।इसके अलावा लाखों की संख्या में बेरोजगार त्रिवेंद्र सरकार से नौकरी की उम्मीद पाले बैठे हैं लेकिन आगे भी कोई विकल्प नजर नहीं आ रहा है । ऐसे हालातों में भाजपा के सांसद मंत्री विधायक सोशल मीडिया में अपने फीता काटने की तस्वीरों को शेयर करते हुए खुद अपनी वाहवाही लूट रहे हैं।
जनता को बेवकूफ समझने वाले इन नेताओं को विधानसभा चुनाव में यही पहाड़ जनता मोदी जी की अदृश्य बुलेट ट्रेन में बिठाकर उत्तराखंड की सीमा के बाहर छोड़ देगी क्योंकि अब वक्त आ रहा है जनता के फैसले का, अब जनता ही निर्णय लेगी कि उसके चुने हुए नेताओं ने प्रदेश के भले और प्रदेशवासियों की तरक्की के लिए क्या काम किया है। यानी अब जवाब इन नेताओं को देना है जिसमें वह शत प्रतिशत नाकाम साबित होंगे और तीसरा विकल्प मजबूती के साथ उत्तराखंड की जनता को उनका खोया हक देने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा ।
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