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महिला अधिकार विश्वव व्यापी समाज मे महिलाओं को देता है अलग पहचान-रीना सिंह

महिला अधिकार विश्वव व्यापी समाज मे महिलाओं को देता है अलग पहचान-रीना सिंह

मनोज नोडियाल
कोटद्वार।जन संघ सेवक मंच की राष्ट्रीय अध्यक्ष आयरन लेडी भाजपा नेत्री रीना सिंह ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि महिला अधिकार प्रत्येक महिला व बालिका को विश्व व्यापी समाज मे एक अलग पहचान देता है।उन्होंने कहा कि महिलाओं के अधिकार, वह अधिकार है जो प्रत्येक महिला या बालिका का विश्वव्यापी समाजों में पहचाना हुआ जन्मसिद्ध अधिकार या हक है। १९वीं सदी में महिला हक संग्राम और २०वीं सदी में फेमिनिस्ट आंदोलन का यह आधार रहा है। कई देशों में यह हक कानूनी तौर पर, अंदरूनी समाज द्वारा या लोगों के व्यवहार में लागू होता है तो कई देशों में यह प्रचलित नहीं है। कई देशों में व्यापक तौर पर मानवाधिकार का दावा निहित इतिहासिक और परम्परागत झुकाव के नाम पर महिलाओं और बालिकाओ का हक पुरुषों और बालकों के पक्ष में दे दिया जाता है। महिलाओं के अधिकार के विषय मे कुछ हक अखंडता और स्वायत्तता शारीरिक करने की आजादी, यौन हिंसा से मुक्ति; मत देने की आजादी; सार्वजनिक पद धारण करने की आजादी; कानूनी कारोबार में प्रवेश करने की आजादी;पारिवारिक कानून में बराबर हक; काम करने की आजादी और समान वेतन की प्राप्ति; प्रजनन अधिकारों की स्वतंत्रता; शिक्षा प्राप्ति का अधिकार।

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