पृथ्वी दिवस पर ले धरा को हरा भरा बनाने का संकल्प: वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी।
पृथ्वी ही एकमात्र ऐसा ग्रह है जहाँ अभीतक जीवन उपस्थित की पुष्टि हुई है। पृथ्वी पर ना सिर्फ मनुष्य बल्कि यहां लाखों अन्य प्रजातियां बसती हैं जहां पेड़ पौधे, जीव जंतु, पशु पक्षियां मिलने हैं क्योंकि पृथ्वी पर हर वह चीज मौजूद है, जो जीवन के लिए आवश्यक है। इसलिए इसकी सुरक्षा करनी जरूरी हैं।
पृथ्वी दिवस पर पर्यावरणविद् वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी कहते है ग्लोबल वार्मिंग की समस्या धरातल के लिए बहुत खतरनाक हैं इससे हमारी पृथ्वी का तापमान का स्तर बढ़ रहा है इसके लिए मनुष्य की लोभी प्रवृति ने दिन प्रतिदिन पृथ्वी के संसाधनों का अंधाधुंध उपयोग किया जा रहा है। इन्हीं कारणों से पृथ्वी के अस्तित्व पर संकट मंडराने लगा है यदि समय रहते इस समस्या पर काबू नही पाया गया तो इसके विध्वसंक परिणाम देखने को मिलेंगे।
लगातार जंगलों की कटान, वनाग्नि,संघटक(शाकाहारी, मांसाहारी व सर्वहारा), धरती के बिगड़ते संतुलन और प्रदूषण के वजह पर्यावरण बिगड़ रहा हैं वनाग्नि से सबसे जाता प्रभावित जंगली जानवर व पक्षियां हुई हैं पक्षियों के पीढ़ियां ही समाप्त होने के कगार पर है। डॉ सोनी कहते हैं पृथ्वी किसी की धरोहर नही हैं और नही हम इसके मालिक हैं पृथ्वी हमारी नही हैं बल्कि हम पृथ्वी के हैं यह हमारा व वन्यजीवों का निवास हैं हमें पृथ्वी को पुनर्स्थापित करना होगा तभी जीवन खुशहाल रहेगा।
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