चारधाम यात्रा पर कोरोना पड़ा भारी, यात्रा हुई स्थगित
देहरादून
उत्तराखंड में कोरोना चारधाम यात्रा पर भारी पड़ गया। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने चारधाम यात्रा स्थगित करने का निर्णय लिया है। दरअसल हरिद्वार में कुंभ को लेकर सरकार की खूब छीछलेदर हुई। कुंभ को बीच में ही रोकने के लिए प्रधानमंत्री को संत समाज से आग्रह करना पड़ा।
कुभ के चलते समूचे प्रदेश में कोरोना बेकाबू हो गया है। पर्याप्त चिकित्सीय सुविधा न होने से हर दिन कोरोना से मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार अब ज्यादा जोखिम उठाने के पक्ष में नजर नही आ रही है।
काबिलेगौर है कि चारधाम यात्रा में देश और दुनियाभर से हजारों श्रद्वालु पहुंचते थे। बीते साल से कोविड-19 चलते चारधाम यात्रा बुरी तरह प्रभावित हुई है। गत वर्ष कुछ महीनों के लिए यात्रा सुचारू की गई थी। लेकिन इस बार सरकार जोखिम उठाने के मूड़ में नही है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट समय पर खुलेंगे।
बिना श्रद्वालुओं के पंडा-पुजारी और रावल विधि-विधान से पूजा-अर्चना करेंगे। लेकिन यात्रियों को अनुमति नही दी जाएगी। इस बावत आज सुबह बद्रीनाथ के विधायक महेंद्र भट्ट ने भी टवीट कर जानकारी दी है। बता दें कि चारधाम यात्रा मई के पहले सप्ताह से शुरू हो जाती। और दूसरे सप्ताह में चारधामों के कपाट खोल दिए जाएंगे।
कपाट तो समय पर खुलेंगे। मगर यात्री नही होंगे। सीएम तीरथ ने कहा कि चारधाम की तैयारियां पूरी कर ली गई थी। जगह-जगह पानी की व्यवस्था के साथ ही अन्य सुविधाएं चाक-चैबंद कर दी गई थी। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप को देखते हुए यात्रा स्थगित कर दी गई है। बता देें कि मई 14 से लेकर 18 तक चारों धाम के कपाट खुलने है।
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