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घटिया गुणवत्ता के कारण महज चार माह में ही उखड गया चकर गांव घुघुती मोटर मार्ग का डामर

घटिया गुणवत्ता के कारण महज चार माह में ही उखड गया चकर गांव घुघुती मोटर मार्ग का डामर

सराईखेत 29 अप्रैल । देश के किसी गांव में अगर आजादी के 74 साल बाद रोड पहुँचती है,और वहां के लोगों का दुनिया से जुड़ने का सपना साकार होता है,तो सच मानो गांव की भोलीभाली जनता की भावनाएं मानो कुलांचे भरने लगती हैं। ग्रामीण भारत को देश से जोड़ने का काम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने इस संकल्प के साथ शुरू किया था कि देश का हर गांव भारत से जुड़ सके , लेकिन उन्हें क्या पता था कि जो काम वे करने जा रहे हैं एक दिन उन्ही की सरकारें इसे गोरखधंधे में परिवर्तित कर देंगी ।

 

आज हम दूसरी बार एक ही खबर का खुलासा कर रहे है। जिक्र अल्मोड़ा जिले के दूरस्थ इलाके चकर गांव घुघुती मोटर मार्ग का , 12 किलोमीटर लम्बा यह मार्ग प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बिगत साल बनकर तैयार हुआ था। मार्ग के डामरीकरण का काम बिष्ट कंस्ट्रक्शन कंपनी जो कि हल्द्वानी में रजिस्टर्ड हैं ने किया था , लेकिन डामरीकरण के 15 दिनों के अंदर ही जब डामर उखड़ने लगा,तो क्षेत्रीय जनता ने अपना रोष प्रकट किया,उस पर ठेकेदार ने तर्क दिया कि नवंबर – दिसंबर माह में डामर इसलिए निकल गया है कि इस इलाके में पाला बहुत ज्यादा पड़ता है, इसलिए अब डामरीकरण मार्च के बाद शुरू होगा। इस बीच अप्रैल के मध्य से इस मार्ग पर आदर्श बस कंपनी ने अपनी बस सेवा शुरू कर दी , जिसने मार्ग की रही सही सभी हकीकत भी सामने लाकर रख दी, पांच किलोमीटर तक लगाया गया डामर अब पूरी तरह से निकल गया है। बाकी सात कलोमीटर का काम अभी भी भगवान भरोसे है।

इस बाबत जब राजसत्ता संवाददाता ने एग्जीक्यूटिव इंजीनियर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना,सल्ट, हेम चंद पंत से बातचीत की तो उनका कहना था कि उन्होंने ठेकेदार को दो तीन दिनों के अंदर वहां जाकर स्थिति स्पस्ट करने के लिए कहा है ,पंत का कहना था कि इस बीच उनकी ड्यूटी सल्ट विधानसभा उपचुनाव में लग गई थी , जिस कारण भी देर हुई। पिछली बार भी एग्जीक्यूटिव इंजीनियर पंत ने बताया था कि इस इलाके में रात को काफी मात्रा में पाला पड़ता हैं जिस कारण कुछ इलाकों में धूप नहीं पहुँचती, जहाँ धूप नहीं पहुँचती उस इलाके में अक्सर डामर उखड जाता हैं, जिसे अब मार्च 2021 में ही पूरा किया जाएगा।

ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की हैं कि अगर जल्द से जल्द डामरीकरण को ठीक नहीं किया गया तो उन्हें मजबूर होकर आंदोलन के लिए सड़क पर आना पड़ेगा। ग्रामीणों ने राजसत्ता न्यूज़ के माध्यम से जिलाधिकारी से अपील की है कि उपरोक्त मामले में जल्द से जल्द कारवाही की जाए, एवं आरोपी ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की है।

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