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अगर केन्द्र से शिघ्र कोविड वैक्सीन न मिली तो उत्तराखण्ड में अभियान पर मंडरा सकता है खतरा

देहरादून। उत्तराखंड में वैक्सीनेशन को लेकर हालात थोड़ा खराब दिखाई दे रहे हैं। दरअसल, राज्य में अब कोविशिल्ड वैक्सीन की कम ही डोज बची हैं। जिसके कारण आने वाले एक-दो दिनों में वैक्सीनेशन अभियान पर संकट गहरा सकता है।
उत्तराखंड में वैक्सीनेशन अभियान काफी तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है, लेकिन अब इस अभियान पर खतरा मंडराता दिखाई दे रहा है। दरअसल, राज्य में हर दिन करीब 60 से 65 हजार वैक्सीन की डोज दी जा रही हैं, जबकि अब वैक्सीनेशन में आई तेजी के कारण प्रदेश में वैक्सीन खत्म होने की कगार पर है। स्टेट कोऑर्डिनेटर वैक्सीनेशन डॉ. कुलदीप मर्तोलिया ने बताया कि राज्य में अब वैक्सीन की मात्रा बेहद कम बची हैं। कुछ जिलों में तो महज 1 दिन की ही वैक्सीन का स्टोर में बची है, कुछ जिले ऐसे हैं जहां 2 दिनों के लिए वैक्सीन मौजूद हैं, लिहाजा राज्य में करीब 2 दिनों की ही वैक्सीन उपलब्ध है। यदि आने वाले 2 दिनों में भारत सरकार की तरफ से वैक्सीन नहीं भेजी जाती तो अभियान को रोकना भी पड़ सकता है। डॉ. कुलदीप मर्तोलिया कहते हैं कि भारत सरकार से वैक्सीन की डिमांड की गई है, आने वाले एक-दो दिनों में वैक्सीन के मिलने की भी उम्मीद है। इससे पहले मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत भी कह चुके हैं कि 500000 अतिरिक्त वैक्सीन की डोज केंद्र से मांगी गई है। जल्द ही इसके उत्तराखंड पहुंचने की उम्मीद है।

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