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गुमशुदा नेता, तलाशो और बाहर निकालो: भावना पांडे

गुमशुदा नेता, तलाशो और बाहर निकालो: भावना पांडे

नालियों और सड़कों के रिबन काटने वाले नेता महामारी में लापता

 पूर्व सीएम का फ्रिज लौटाए अस्पताल तो मैं दूंगी नया फ्रिज

देहरादून। राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि कोरेाना काल में सभी नेता गुमशुदा हो गये हैं। जनता को इन नेताओं की तलाश करनी चाहिए और जनता की मदद के लिए बाहर निकालना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले तक नालियों और सड़कों की मरम्मत के रिबन और काले पत्थर लगाकर अनावरण करने वाले नेता कोरोना को देखते हुए लापता हो गये हैं। इन नेताओं को जनता माफ नहीं करेगी और अगले विधानसभा चुनाव में सबक सिखाने का काम करेगी।

राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि कोरोना काल में एक भी नेता नजर नहीं आ रहा है। सोशल मीडिया पर दिन-रात छाये रहने वाले नेता भी नजर आ रहे हैं। क्या ये नेता चुनाव के दौरान ही नजर आएंगें। तब उन्हें कोरोना का भय नहीं होता लेकिन जब जनता को उनकी सबसे अधिक जरूरत है तो नेता लापता हैं। भावना के मुताबिक यदि 71 विधायक अपने-अपने इलाके में ही व्यवस्थाओं को संभाल लेते तो कोरोना से जंग लड़ी जा सकती थी। यदि नेताओं ने कोरोना के दौरान अपने क्षेत्र की जनता को इलाज और दवाएं देने में ही मदद कर दी होती तो उन्हें वोट खरीदने के लिए नोट नहीं देने होते। भावना के मुताबिक यदि विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र में आक्सीजन प्लांट लगाने और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने में निजी तौर पर एक करोड का खर्च कर दे ंतो स्वास्थ्य व्यवस्थाएं भी सुधर जाएंगी और जनता को एक अच्छा विधायक भी मिल जाएगा। फिर नेताओं को चुनाव में दो-तीन करोड़ रुपये खर्च करने की जरूरत नहीं होगी। लेकिन दुर्भाग्य यह है कि हमारे प्रदेश के नेताओं को तो अपना सुख और सुविधाओं की चिन्ता है। जनता की परवाह ही नहीं है।

राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि नेता कोरोना संकट में गुफाओं में छिप गये हैं। आज दिल्ली में प्रवासी उत्तराखंडी मुसीबत में हैं। कोई उनकी मदद नहीं कर रहा। रामनगर की एक बालिका के पास दिल्ली से आने के लिए किराया भी नहीं था। यह बालिका कांग्रेस के दिग्गज नेता रणजीत रावत के इलाके की है। यदि रणजीत रावत ने प्रवासियों की खबर ली होती तो इस तरह से बालिकों को किराये के लिए भी परेशान नहीं होना पड़ता। इस बालिका की मदद भावना पांडे ने की है। कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत और यशपाल आर्य भी जनता के बीच नजर नहीं आ रहे। इन्हें तलाशने की जरूरत है। उन्होंने कोरोना किट में से सामान बेचने के समाचारों की कड़ी निंदा की हैं उनके अनुसार गरीजों के किट में से आक्सीमीटर और अन्य सामान बेचे जाने की जांच होनी चाहिए।

समाजसेवी भावना पांडे ने कहा कि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत द्वारा कोरोनेशन अस्पताल को अपने घर से पुराना फ्रिज दिया है। उन्होंने इसे शर्मसार करने वाली घटना बताया है। उनके मुताबिक त्रिवेंद्र रावत चार साल सीएम रहे और स्वास्थ्य विभाग भी उनके पास था। ऐसे में यदि देहरादून के जिला अस्पताल में एक मामूली फ्रिज नहीं है तो प्रदेश के अस्पतालों की हालत का अंदाजा लग सकता है। भावना पांडे ने कहा कि अस्पताल प्रशासन इस फ्रिज को वापस कर दे तो वो नया फ्रिज देने को तैयार है। उनके अनुसार इस घटना से प्रदेश की छवि प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि जनता इस बार भाजपा और कांग्रेस को कतई नहीं बख्शेगी। 2022 विधानसभा चुनाव में जनता इन नेताओं को सबक सिखाने का काम करेगी।

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