अवैध खनन से गायब हुई पुरोला में कमल नदी की मूलधारा
पुरोला: लोनिवि के ठेकेदार के बाद सिचाई विभाग का ठेकेदार धड़ल्ले से कमल नदी से अवैध खनन कर रहा है। खनन के लिए बीच नदी में एनएनटी और जेसीबी मशीन उतारी गई हैं। अवैध खनन के कारण कमल नदी की मूलधारा का भी पता नहीं चल पा रहा है। लेकिन, प्रशासन की नाक के नीचे यह सब होने के बाद भी अभी तक सिचाई विभाग के अधिकारियों और ठेकेदार पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
तहसील मुख्यालय पुरोला से छह किमी दूर बिगसी छानी हुडोली के पास कमल नदी में सिचाई विभाग बाढ़ सुरक्षा कार्य करा रहा है। लेकिन, इस कार्य की आड़ में नदी से अवैध खनन किया जा रहा है। इसके लिए ठेकेदार ने एलएनटी और जेसीबी मशीन नदी में उतारी है। खनन इतने बेतरतीब तरीके से किया जा रहा है कि कमल नदी की मूलधारा ही नहीं दिख रही है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। लेकिन, सिचाई विभाग के साथ प्रशासन के अधिकारियों ने भी इस ओर आंखें मूंदी हुई हैं।
कमल नदी पर बाढ़ सुरक्षा कार्यो को लेकर ठेकेदारों व कार्य की देखरेख कर रहे अधिकारियों को छोटी मशीन से केवल बुनियाद खोदने को कहा गया था। लेकिन, बड़ी मशीनों को लगाकर खनन करने की सूचना मिली है। मौके पर मौजूद अधिकारियों से कार्रवाई को कहा जाएगा।- हिमांशु घिल्डियाल, अधिशासी अभियंता, सिंचाई विभाग
कमल नदी में बाढ़ सुरक्षा कार्य स्थल पर बड़ी मशीनों से खनन करने पर पहले भी कुछ ठेकेदारों के चालान काटे गए और मशीनें भी सीज की गई थी। फिर से एलएनटी व जेसीबी से खनन कार्य शुरू होने की सूचना है। मौके पर जाकर मशीनों को सीज और चालान की कार्रवाई की जाएगी।- सोहन सिंह सैनी, उपजिलाधिकारी पुरोला
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