देहरादून, 31 मई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के 7 वर्ष पूरे होने पर भाजपा पूरे प्रदेश के गांवों में सेवा ही संगठन कार्यक्रम चला रही है। भाजपा के इस अभियान पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने निशाना साधा है। हरीश रावत ने कहा कि भाजपा चुनाव नजदीक आते ही सेवा करने लगती है। भाजपा के अभियान पर कटाक्ष करते हुए हरीश रावत ने कहा कि भाजपा पहले मेवा में शामिल रही और अब जनता से कह रहे हैं कि हम सेवा करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पंचायत चुनाव को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा पहले वैक्सीनेशन किस समय सीमा पर उपलब्ध कराएगी यह तय कर ले। उसके बाद पंचायत चुनाव और दूसरे चुनावों के बारे में सोचे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण को फैलाने में पंचायत चुनावों की बड़ी भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार में पंचायत चुनाव किसी समय भी हो सकते हैं, क्योंकि यहां प्रधानों का कार्यकाल समाप्त हुए काफी समय हो गया है। ऐसे में सरकार और राजनीतिक दलों को विचार करना चाहिए कि चुनाव का सही समय क्या है। उन्होंने सवाल उठाया कि इस समय जब हमारे राज्य के अंदर 2ः लोगों को भी वैक्सीन नहीं लगी, तो इन हालातों में पंचायत चुनाव या कोई अन्य चुनाव संक्रमण को तेजी से फैला सकता है। उन्होंने आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का भी जिक्र करते हुए कहा कि कोरोना वॉरियर्स कही जाने वाली आशाएं और आंगनबाड़ी ग्रामीण क्षेत्रों में काम कर रही है और उनके सामने भी वैक्सीनेशन करवाने की चुनौती बनी हुई है। उन्होंने मुख्यमंत्री तीरथ रावत से आग्रह करते हुए कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर एक समय सीमा तय की जाए, उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2 या 3 महीने के भीतर वैक्सीनेशन करवाया जाए। उसके हिसाब से ही चुनाव का कार्यक्रम तय किया जाए। हरीश रावत का कहना है कि भाजपा यदि इन बातों का समय पर गौर नहीं करती है तो परिणाम जनता को भुगतना पड़ सकता है। इसलिए पहले वैक्सीनेशन की समय सीमा तय की जाए फिर पंचायत चुनाव और दूसरे चुनावों के बारे में सोचा जाए।
Share this content: