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सहारनपुर को आक्सीजन सिलेंडर देना गलती: भावना पांडे

सहारनपुर को आक्सीजन सिलेंडर देना गलती: भावना पांडे
 सीएम तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश के मरीजों का हक मारा
 नकली रेमडेसिविर और कालाबाजारी करने वालों को हो जेल

देहरादून। राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा सहारनपुर को आक्सीजन के 500 सिलेंडर दिये जाने के आदेश को गैर-जिम्मेदाराना बताया है। उन्होंने कहा कि सीएम रावत ने सांसद अनिल बलूनी और विधायक उमेश शर्मा काऊ द्वारा गुजरात से मंगाए गये सिलेंडरों को सहारनपुर देने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि जब उत्तराखंड में मरीज आक्सीजन की कमी से दम तोड़ रहे हैं ऐसे में बाहर से मंगाए गये आक्सीजन सिलेंडर सहारनपुर देने का फैसला गलत है। उन्होंने मांग की कि सीएम तीरथ सिंह रावत सहारनपुर से ये सिलेंडर वापस मंगाएं। यह आरोप समाज सेवी भावना पांडे ने लगाये है

आदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि राज्य में मरीजों को आक्सीजन की भारी किल्लत है। एक-एक जान कीमती है। ऐसे में जब प्रदेश सरकार स्वयं आक्सीजन का उत्पादन और अस्पतालों को आक्सीजन की पूर्ति नहीं कर पा रही है तो सहारनपुर को 500 आक्सीजन सिलेंडर देने का गैर जिम्मेदाराना फैसला क्यों किया गया? भावना ने सवाल किया कि आखिर जनता की जान की कीमत पर सहारनपुर के साथ यह कैसी रिश्तेदारी? गौरतलब है कि सीएत तीरथ सिंह रावत ने हरिद्वार के डीएम को आदेश दिया है कि आक्सीजन के 500 सिलेंडर सहारनपुर को दिये जाएं।

भावना पांडे ने सीएम के इस फैसले पर दुख और चिन्ता जतायी। उन्होंने कहा कि ऐसे मुश्किल घड़ी में सीएम का दायित्व प्रदेश की जनता की जान की हिफाजत करना है, दानवीर कर्ण बनना नहीं। यह सिलेंडर सांसद और विधायक निधि से मंगाए गये हैं। उन्होंने कहा कि कुछ नेता कहते हैं कि भावना पांडे वीडियो और समाचार के माध्यम से नेताओं के लिए मुसीबत बन गयी हैं। ऐसे में उनका कहना था कि यदि विधायक और नेताओं ने पिछले 20 साल के दौरान जनता की सुध ली होती तो जनता उनको कोसती नहीं। भावना ने कहा कि वह जनता की आवाज को उठा रही हैं। कोरोना संकट में विधायक और नेता कहीं छिप गये हैं। उन्होंने जनता को उनके हाल पर छोड़ दिया है जबकि छह महीने बाद वो जनता से वोट मांगने के लिए गली-गली नजर आएंगे। नेताओं को जनहित में काम करने चाहिए। आज जनता को अच्छा इलाज और स्वास्थ्य सुविधाएं चाहिए लेकिन उन्हे ंइलाज नहीं मिल रहा है। जिन लोगों के परिजन कोरोना में जान गंवा रहे हैं क्या वो नेताओं के इस व्यवहार को भूल पाएंगे? उन्होंने नेताओं से अपील की कि वो मुसीबत के समय में पक्ष-विपक्ष में न बंटकर एकजुट होकर काम करें। जब नेता जनता के पास उनके दुख-दर्द को सुनने के लिए जाएगा ही नही ंतो जनता उसे कोसेगी ही?

राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने प्रदेश सरकार, पुलिस, क्राइम ब्रांच, सीबीआई से मांग की है कि नकली रेमडेसिविर बनाने वाले और इसे खरीदने वाले मेडिकल स्टोरों पर छापेमारी हो। नकली इंजेक्शन से मरीज की मौत हो सकती है। उन्होंने कहा कि दवाएं और मेडिकल उपकरणों की कालाबाजारी करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। कालाबाजारियों और नकली रेमडेसिविर बनाने वालों पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज हो।

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