देहरादून। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच उत्तर प्रदेश और हिमाचल ने बाहरी राज्यों से आने वाली यात्री बसों का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है। ऐसे में अब तक संचालित हो रही उत्तराखंड परिवहन निगम की 130 अंतरराज्यीय बसों का संचालन भी अब पूरी तरह से ठप हो चुका है। गौरतलब है कि दो दिन पहले उत्तर प्रदेश की ओर से बाहरी राज्यों से आने वाली यात्री बसों का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया था। जिसकी वजह से उत्तर प्रदेश की सीमा से होते हुए दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और कुमाऊं मंडल के अलग-अलग क्षेत्रों में जाने वाली उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों का संचालन बंद हो चुका है। वहीं अब हिमाचल ने भी बाहरी राज्यों से आने वाली यात्री बसों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है। जिससे उत्तर प्रदेश के साथ ही हिमाचल की सीमाओं से गुजरने वाली उत्तराखंड परिवहन निगम की सभी बसों के पहिए थम चुके हैं। उत्तराखंड परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक आशीष चैहान ने बताया हिमाचल और उत्तर प्रदेश में प्रवेश प्रतिबंधित होने के चलते वर्तमान में प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में ही निगम की बसों का संचालन हो पा रहा है, जिसकी संख्या 125 है। हालांकि सामान्य समय में पहाड़ी इलाकों में उत्तराखंड परिवहन निगम की लगभग 350 बसों का संचालन हुआ करता था। क्योंकि अब अंतरराज्यीय बसों का संचालन भी पूरी तरह से बंद हो चुका है, ऐसे में निगम प्रबंधन को भारी आर्थिक नुकसान के दौर से गुजरना पड़ रहा है। जहां कोविड कर्फ्यू जारी होने से पहले उत्तराखंड परिवहन निगम की प्रति दिन की कमाई 1 करोड़ 30 लाख के आसपास थी। वहीं अब निगम की प्रतिदिन की कमाई लुढ़ककर महज 35 लाख रुपए रह गई है। उत्तराखंड परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक आशीष चैहान ने बताया कि उत्तर प्रदेश की ओर से यात्री बसों का प्रवेश प्रतिबंधित करने से सबसे अधिक परेशानी कुमाऊं मंडल के अलग-अलग इलाकों का रुख करने वाले यात्रियों को हो रही है। ऐसे में उत्तराखंड परिवहन निगम जल्दी ही उत्तर प्रदेश परिवहन निगम को पत्र लिखने जा रहा है। जिसमें कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए कुमाऊं मंडल के लिए उत्तर प्रदेश की सीमाएं खोलने की अनुमति प्रदान करने की अपील की जाएगी।
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