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आबादी क्षेत्र में पेट्रोल पम्प खोलने पर स्थानीय निवासियों की आपत्ति,

आबादी क्षेत्र में पेट्रोल पम्प खोलने पर स्थानीय निवासियों की आपत्ति,

तहसील प्रशासन जाँच के नाम पर कर रहा लीपापोती।

मामले की जानकारी देने में एसडीएम थराली नजर आए असहज, मुख्यमंत्री जी ग्रामीण इलाकों में आवाम की समस्याओं को नजरअंदाज कर रहे है कुछ अधिकारी,

अफसरों की उदासीन कार्यशैली से जनता में सरकार के खिलाफ पैदा हो रहा है असन्तोष

बागेश्वर/थराली। चमोली जिले के केदारबगड़ थराली में आबादी क्षेत्र में पेट्रोल पम्प खोले जाने पर स्थानीय निवासियों ने आपत्ति जताई है। निर्माण कार्य रोकने एवं मामले की जाँच के लिए 2 मई को उपजिलाधिकारी थराली को स्थानीय निवासी चन्द्रशेखर जोशी द्वारा कोविड गाइडलाइन व सामाजिक दूरी का पालन करते हुए ईमेल के माध्यम से शिकायती पत्र भेजा गया। 2 मई को शिकायती पत्र भेजने के बाद से प्रशासन मामले की जाँच का हवाला देकर लीपापोती करते नजर आ रहा है। तहसील प्रशासन की उदासीन कार्यशैली का अंदाजा महज इस बात से लगाया जा सकता है कि शिकायत के बाद भी केदारबगड़ में पम्प निर्माण कार्य बदस्तूर जारी है। शुक्रवार को पत्रकार अखिल आजाद द्वारा एसडीएम थराली से मामले की जाँच के विषय में वार्ता की गई तो वे बहुत ही असहज नजर आए। उन्होंने पत्रकार को फोन पर किसी प्रकार के सवाल नही पूछने की हिदायत दे डाली साथ ही कार्यालय में आकर जानकारी लेने के निर्देश देने लगें। जबकि कोविड गाइडलाइन के तहत सरकार द्वारा जनता से घरों में रहने की अपील की जा रही है। केदारबगड़ की आबादी क्षेत्र में बिना अनुमति के जेसीबी से खनन करना व प्रशासन द्वारा अब तक जेसीबी के विरुद्ध किसी भी तरह की कानूनी कार्रवाई नही करना प्रशासन की कार्यप्रणाली पर संदेह पैदा कर रहा है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि तहसील प्रशासन पम्प निर्माण करने वाले व्यक्ति की ऊँची रसूख के सामने बौना साबित हो रहा है। शिकायत करने के बावजूद निर्माण कार्य धड़ल्ले से जारी है। ऐसी स्थिति में प्रदेश सरकार के गुड गवर्नेंस के दावे पर प्रश्न चिन्ह लगना लाजमी है। साथ ही स्थानीय निवासियों की जायज माँग की अनदेखी करते हुए थराली तहसील प्रशासन द्वारा प्रदेश सरकार की छवि को धूमिल करने का खुला प्रयास किया जा रहा है।

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