रिबन काटने वाले नेताओं की जिम्मेदारी हो तय: भावना पांडे
अपने क्षेत्र के अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं संभालें विधायक
यदि प्रदेश में कोरोना से मृत्यु दर बढ़ेगी तो भाजपा जिम्मेदार
देहरादून। राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की जीत पर दिये गये उनके बयान को तोड़-मरोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक महिला होने के नाते उन्होंने ममता की प्रशंसा की थी। वो ममता के विचारों से सहमत नहीं हैं। उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल की भौगोलिक और सामाजिक परिस्थितियां भिन्न हैं। उन्होंने बयान इसलिए दिया कि भाजपा ने अपनी पूरी ताकत एक महिला को हराने में झोंक दी। इसके बावजूद ममजा शानदार तरीके से जीत गयी। उनका कहना था कि ममता ने साबित किया कि राज्य की जनता उसे क्यों पसंद करती हैं। भावना ने कहा कि एक ओर ममता है तो दूसरी ओर गंगा जिसे सल्ट में हराने के लिए कांग्रेस ने कांग्रेस के खिलाफ ही काम किया।
राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि मौजूदा समय में सरकार भाजपा की है और सारे मंत्री कांग्रेस के हैं। प्रदेश के अधिकांश नेता अवसरवादी हैं। इन नेताओं ने चुनाव को नजदीक देख करोड़ों रुपये के विकास कार्यों के रिबन काटे, पत्थर लगाए। 300 करोड़ रुपये मसूरी रोपवे पर खर्च होगा। करोड़ो ंके अन्य प्रोजेक्ट भी उद्घाटन कर दिये गये लेकिन धरातल पर तो काम हुआ ही नहीं। उन्होंने सवाल किया कि यह विकास कार्य क्या कमीशन वसूली के लिए किये गये। आखिर पिछले 20 साल में भी परिस्थितियों में सुधार क्यों नहीं हुआ? सीमांत गांव तो दूर पहाड़ों में विकास की किरण भी नहीं पहुंची।
राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे का कहना है कि आज गांव-गांव में कोरोना फैल चुका है। शहरों में तो इलाज मिल जाएगा लेकिन गांवों में दूर-दूर तक भी डाक्टर उपलब्ध नहीं है। छोटी सी बीमारी का इलाज नहीं होता तो कोविड का इलाज कैसे होगा? नेताओं को यह बात समझने की जरूरत है। नेता देहरादून में बैठे-बैठे बयान दे रहे हैं, यहां से कुछ नहीं होगा। नेताओं की जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए। मौत के आंकड़े दिन-प्रति-दिन बढ़ते जा रहे हैं। लाॅकडाउन समाधान नहीं हैं। लोगों की आर्थिक स्थिति बिगड़ रही है। काम-धंधा नहीं चल रहा है। लोग अवसादग्रस्त हो रहे हैं, उन्हें हार्ट अटैक की नौबत आ रही है। तनाव से लोगों के शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता यानी इम्युनिटी कम हो रही है। इंजेेक्शन लगाने से इम्युनिटी कैसे बढ़ेगी?
भावना पांडे ने कहा कि उनकी सीएम से अपील है कि हर दिन नया स्टेटमेंट न दें। नेताओं को इंचार्ज बनाया है लेकिन धरातल पर कुछ नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि नेताओं की जिम्मेदारी तय हो। विधायकों को जो एक करोड़ रुपये की धनराशि दी गयी है उसका सही इस्तेमाल होना चाहिए। अस्पतालों में आक्सीजन, दवाएं और स्टाफ की व्यवस्था की जानी चाहिए। विधायक अपने क्षेत्र के अस्पतालों में ही इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करे और सीएम इसकी मानीटरिंग करें। हमारा सिस्टम फेल है और इसे दुरस्थ करने के लिए हाॅटलाइन व्यवस्था करनी चाहिए। युद्धस्तर पर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान पिछले साल साइकिल, राशन और दवाओं सड़ती रही लेकिन जरूरतमंद को नहीं मिली। इस बार ऐसा नहीं होना चाहिए। भावना पांडे ने कहा कि यदि राज्य में मृत्युदर बढ़ती है तो इसके लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार होगी।
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