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गरीबों के मसीहा है कुलदीप रावत

गरीबों के मसीहा है कुलदीप रावत:

कोरोना महामारी में खाद्य सामग्री वितरण कर हजारो गरीबो की कर चुके मदद:
विश्वव्यापी महामारी कोरोना संक्रमण (कोविड-19) से जब दुनिया के तमाम देश पस्त नजर आ रहे हैं, लोगो के काम धंधे बंद है तब भी भारत की जीवटता न सिर्फ कोरोना को मात देने में कामयाब होती दिख रही है,बल्कि लॉकडाउन की मुश्किलों को भी आसान बनाने में सफल है। लॉकडाउन के दौरान कोई भी नागरिक बिना भोजन के न रहे,खाली पेट न सोये,ऐसे में गरीब लोगों के लिए पहाड़ का बेटा कुलदीप रावत मददगार बनकर काम कर रहा है। रुद्रप्रयाग हो चाहे उतरकाशी या फिर देहरादून हर जगह गरीबो को मदद का संकल्प लिए कुलदीप गांव-गांव अपनी टीम को भेज जरूरत मंद तक मास्क सेनिटाइजर,आटा,दाल,चावल,चीनी से लेकर तेल,सब्जी सहित खाद्य सामग्री पंहुचा रहा है। “बेटा कुलदीप तू जुगराज रै” यह बोल थे रुद्रप्रयाग निवासी साठ वर्षीय आनन्दी देवी के। जिस समय सरकार से लेकर अपनो ने साथ छोड़ दिया उस समय हमारा ख्याल रखने वाला कुलदीप भगवान से कम नही है। कोरोना काल मे जहाँ लोग घरों में कैद है वही कुलदीप अपने सैकड़ो युवाओं की टीम के साथ बिना थके जी-जान से जुटा हैं। कुलदीप रावत की बात करे तो, इंन्होने पिछला बिधान सभा चुनाव केदारनाथ सीट से लड़ा था। जनता का प्यार ही है कि मात्र कुछ सौ वोटो से वह चुनाव हार गए लेकिन जनसेवा में कोई कमी नही आई। कुलदीप रावत ने बताया कि गरीबो की मदद करने में बड़ा आनंद आता है इसमें मेरे परिवार का पूरा साथ रहता है यह बहुत ही पुण्य का कार्य है। मेरी कोशिश है कि कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे।

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