छात्रों के रचनाकार वृद्धि हेतु समर कैंप का आयोजन
कोटद्वार।जनपद पौड़ी गढ़वाल के अंतर्गत आने वाले विकास खंड जयहरीखाल के कक्षा 4 से लेकर कक्षा 8 तक के विद्यार्थियों में रचनात्मकता की वृद्धि हेतु, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद देहरादून व डाइट चड़ीगांव के तत्वावधान में नवाचारी पहल घर पर कैम्प का आनंद, समर कैम्प 2021की थीम के अंतर्गत तेरह दिवसीय “ऑनलाइन समर कैम्प” का शुभारम्भ हो गया है। कार्यक्रम 18 जून 2021 से 30 जून2021तक चलेगा। कार्यक्रम की शुरुआत में डाइट चड़ीगांव पौड़ी के प्राचार्य डॉ महावीर सिंह कलेठा जी ने खंड शिक्षा अधिकारी विकास क्षेत्र जयहरीखाल, ब्लॉक मेंटर जयहरीखाल तथा सभी शिक्षक/शिक्षिकाओं तथा विद्यार्थियों को इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया और उन्हें अपनी शुभकामनाएं दी।ऑनलाइन कार्यक्रम के संकल्पनाश्रोत व इस शानदार विचार के प्रणेता एवं विकास खंड जयहरीखाल के मेंटर डॉ0 नारायण प्रसाद उनियाल जी ने कार्यक्रम के महत्व पर बल देते हुए, इसे छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के मध्य संवाद स्थापित करने की अनूठी व बेहतरीन पहल बताया। विकास खंड जयहरीखाल के खंड शिक्षा अधिकारी श्री सुमेर सिंह कैंतुरा जी ने इस तरह की प्रेरणादायक पहलों को स्वागतयोग्य करार दिया।उन्होंने प्रतिभाग करने वाले विद्यार्थियों के साथ-साथ जयहरीखाल विकास खंड के असीम उत्साह,ऊर्जा,और उमंग से भरपूर शिक्षकों/शिक्षिकाओं की पूरी टीम जो इस समर कैम्प की तैयारियों में दिन-रात मेहनत कर रही है,का खूब उत्साहवर्धन किया, और आगामी दिवसों में भी हर प्रकार का सहयोग देने की बात पर जोर दिया।खंड शिक्षा अधिकारी इस कार्यक्रम की पूरी समीक्षा और मॉनिटरिंग लगातार करते रहेंगे तथा 30 जून को समर कैम्प के समापन के पश्चात उच्चाधिकारियों के समक्ष भी कार्यक्रम को लेकर अपनी बात रखेंगे। अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के समन्वयक डॉ संजय नौटियाल जी इस पूरे कार्यक्रम को अकादमिक और तकनीकी सहयोग प्रदान कर रहे हैं।
आज प्रातः 7.30 बजे से कार्यक्रम की शुरुआत हुई इसमें योग कार्यक्रम के अंतर्गत श्री मनोज रावत जी ने योग के महत्व को समझाया और बाद में श्री सोमपाल प्रजापति जी ने बच्चों को ताड़ासन और वृक्षासन के गुर सिखाए और उनसे होने वाले लाभों से भी अवगत कराया। तत्पश्चात कहानी कहानी गतिविधि में “गिलहरी का ब्याह” नामक कहानी द्वारा छात्रों से संवाद स्थापित कर, श्रीमती निर्मला रौतेला जी ने छात्रों से कहानी से जुड़े प्रश्न पूछे और मिलने वाली सीख का उल्लेख भी किया। सुलेख सेगमेण्ट में श्रीमती कृष्णा नेगी और श्री भुवनेश्वर थपलियाल द्वारा बच्चों को “सुंदर बनावट के साथ हस्तलेख कैसे सुधारें” को अपनी प्रस्तुति द्वारा समझाया।
तत्पश्चात श्री जय प्रकाश भारती जी ने पेंसिल की सहायता से कला कौशलों का विकास और चित्रकारी करना सिखाया। गतिविधि के अंतर्गत उन्होंने परम्परागत गढ़वाली गागर बनाना सिखाया। रेसिपी गतिविधि में श्रीमती विजयलक्ष्मी काला जी ने कोरोना काल में रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली मसाला चाय बनाने की प्रस्तुति दी।
श्री महिपाल सिंह रावत जी द्वारा “कबाड़ से जुगाड़” वाले भाग में गुब्बारे और अखबारी कतरन से आकर्षक फूलदान और विद्युत लैंप बनाने सिखाये और बेकार पड़ी वस्तुओं से उपयोगी वस्तुएं बनाने पर जोर दिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के सत्र में श्रीमती दीपा रानी जी की टीम के साथ-साथ बच्चों ने लोक-संगीत, लोक-गीत और वाद्य-यंत्रों के साथ समां बाँधा। पूरे कार्यक्रम के दौरान बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था। कार्यक्रम में श्री सूरजमोहन रावत औऱ विपिन वर्मा ने आई सी टी और राजीव थपलियाल ने मीडिया प्रभारी, समर कैम्प की भूमिका का निर्वहन किया। रघुनाथ गुसाईं, जसपाल असवाल,और चंद्रमोहन रावत ने बहुत ही सुंदर ढंग से कार्यक्रम संचालन में सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम का संपादन खंड शिक्षा अधिकारी जयहरीखाल और प्रभारी बी आर सी श्री मोहन सिंह गुसाईं की देखरेख में हो रहा है। आगामी दिवसों में जनपद के अन्य विकास खंडों के जागरूक शिक्षक- शिक्षिकाओं का भी सहयोग लिया जायेगा।आज पहले दिन जयहरीखाल विकासखंड के लगभग 125 विद्यार्थियों ने ऑनलाइन समर कैम्प में प्रतिभाग किया।
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