प्रदेश की फिक्र से ज्यादा अपने ऐशो आराम में मस्त है बीजेपी नेता- अमित जोशी ,आप उपाध्यक्ष
पांच सितारा रिसाॅर्ट में चिंतन से नहीं बदलेंगे प्रदेश के हालात – अमित जोशी,आप उपाध्यक्ष
बीजेपी को नहीं है प्रदेश की जनता की फिक्र,चिंतन शिविर में ऐश कर रहे बीजेपी नेता – अमित जोशी,आप उपाध्यक्ष
आप पार्टी प्रदेश उपाध्यक्ष अमित जोशी ने रामनगर में हो रहे बीजेपी के चिंतन शिविर को लेकर एक बयान जारी किया है। जोशी ने बीजेपी को आडे हाथों लेते हुए कहा कि, बीजेपी को प्रदेश की जनता की कोई फिक्र नहीं है। प्रदेश की चिंता छोडकर बीजेपी नेताओं को सैरसपाटे और अपने ऐशो आराम की ज्यादा चिंता ज्यादा है। उन्होंने कहा कि, प्रदेश अभी भी कोरोना की दूसरी चपेट से पूरी तरह उबर नहीं पाया है, लेकिन बीजेपी नेता ,पांच सितारा रिसाॅर्ट में चिंतन वो भी आगामी विधानसभा चुनाव के नाम पर पिकनिक मना रहे हैं।
अमित जोशी ने कहा कि, एक तरफ देवभूमि उत्तराखंड की जनता कोरोना महामारी, लचर स्वास्थ्य सेवाओं, महंगाई, बेरोजगारी और तमाम दूसरे संकटों से त्रस्त है ,और दूसरी ओर सरकार से लेकर बीजेपी के नेता रामनगर के पांच सितारा रिसॉर्ट में मस्त है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि, जिस वक्त प्रदेश की जनता को सरकार से मदद की सबसे ज्यादा जरुरत थी, उस वक्त प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर पूरी कैबिनेट और इनकी पार्टी गायब थे। उस वक्त आम आदमी पार्टी का हर कार्यकर्ता प्रदेश की जनता की मदद के लिए आगे आया इससे सबक लेने के बजाय बीजेपी नेता अभी भी राजनीति और गद्दी का लालच लिए चुनाव के लिए चिंतन कर रहे हैं ।
उन्होंने आगे कहा कि, विशेषज्ञों का मानना है कि, कोरोना की तीसरी लहर जल्द ही दस्तक दे सकती है ,लेकिन अभी भी प्रदेश में लाखों लोगों को टीके लगने बाकी हैं। तीसरी लहर को लेकर कोई तैयारी नहीं है। जब प्रदेश सरकार को हर युवा और बुजुर्ग को टीके लगवाने के लिए सोचना चाहिए था ,या कोरोना की तीसरी लहर की रोकथाम के लिए चिंतन करना चाहिए था तो इन सभी बातों को छोडकर, बीजेपी को अपने चुनावों की रणनीति को लेकर चिंतन शिविर की चिंता ज्यादा है, जिसकी आप पार्टी कडे शब्दों में निंदा करती है।
जोशी ने आगे कहा कि, बीजेपी के चिंतन शिविर का मतलब सिर्फ और सिर्फ राजनीति करना है। उसे प्रदेश की जनता के सरोकारों से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि ,अगर भाजपा को चिंतन करना ही है तो, राज्य के बदतर हालातों पर चिंतन करे। भाजपा को इस पर चिंतन करना चाहिए कि, तीसरी लहर आयेगी तो पुरानी गलतियों से सीख लेते हुए चिंतन करना चाहिए कि कोरोना काल में लोगों को अस्पतालों में बेड, आईसीयू और अन्य बुनियादी सुविधाएं तक क्यों नहीं मिल पाई ? लोग ऑक्सीजन सिलेंडर, इंजेक्शन और दवाइयों के लिए क्यों इधर से उधर भटकटे रहे ? क्यों डबल इंजन का दम भरने वाली केंद्र सरकार ने उत्तराखंड की मदद नहीं की ? क्यों उत्तराखंड के हिस्से की वैक्सीन विदेशों को दे दी गई ? और क्यों यहां के लाखों लोग आज भी वैक्सीन के लिए भटक रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि, कोरोना की दूसरी लहर और लाॅकडाउन ने लोगों को बर्बाद करके रख दिया है। कोरोना में हजारों लोगों की जानें गई तो लाॅकडाउन ने कई व्यापारियों को बर्बादी के मुहाने पर ला खडा कर दिया। लेकिन लगता है कि सरकार इसके बाद भी सबक लेने को तैयार नहीं है। यदि सरकार ने सबक लिया होता तो कोरोना की तीसरी लहर से मुकाबला करने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए जाते, लेकिन ऐसा करने के बजाय भाजपा सरकार पांच सितारा होटल में पिकनिक मनाने में मस्त है। रावत ने कहा कि, प्रदेश में आज भी स्थितियां जस की तस हैं। राज्य सरकार नें जिन अस्पतालों को कोविड सेंटर बनाने की घोषणा की, उनकी जमीनी सच्चाई डराने वाली है। उन अस्पतालों में किसी तरह के इंतजाम नहीं हैं।
उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी की चिंतन बैठक सिर्फ एक छलावा है,जिसमें सरकारी धन का जमकर दुरुपयोग किया गया है। अगर सरकार में थोडी भी शर्म है तो, इस चिंतन शिविर के दिखावे को छोडकर प्रदेश में बिगडे स्वास्थय हालातों पर ध्यान दे नाकि पांच सितारा रिसाॅर्ट के ऐशो आराम पर । उन्होंने आगे कहा कि सवा चार साल के अब तक के कार्यकाल में भाजपा सरकार ने इतने जन विरोधी कारनामे किए हैं कि उसके पाप का घड़ा भर चुका है और त्रस्त जनता 2022 में भाजपा की विदाई का मन बना चुकी है। इसलिए बीजेपी अब किसी गलतफहमी में ना रहे ,क्योंकि जो धोखा उसने प्रदेश की जनता को दिया है जनता उन सभी धोखों का बदला इनसे जरुर लेगीं।
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