अनाथ, बेेसहारा बच्चों का जिम्मा उठाया तेजस्वनी ने
कोरोनाकाल में अनाथ हुए एक ही परिवार के चार बच्चे
देहरादून। बीते कोरोनाकाल में प्रदेशभर में कई बच्चे अनाथ हुए है जिनमें से चार बच्चों का जिम्मे तेजस्वनी चैरिटेबल ट्रस्ट ने उठाया है। ग्राम कुंजा ग्रांट विकासनगर के अनाथ हुए चार बच्चों की मदद के लिए ट्रस्ट ने हाथ बढ़ाए है। ट्रस्ट के सदस्यों प्रदाधिकारियों ने इन बच्चों की हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया है। ट्रस्ट ने बच्चों के लालन पालन से लेकर उनकी शिक्षा व अन्य जरूरतों को पूरा करने का पूरा जिम्मे लिया है।
इस बारे में तेजस्वनी चैरिटेबल ट्रस्ट की अध्यक्ष प्रिया गुलाटी ने बताया कि उनको समाचार पत्रों के माध्यम से इन बच्चों के बारे में पता चला जिस पर वे तेजस्वनी बिजनेस एसोसिएशन की देहरादून चैप्टर हैड त्रिषला मलिक एवं विकासनगर चैप्टर हैड रूपा शर्मा जी के साथ उन बच्चों से मिलने गई और वहां पर उन बच्चों और घर के हालात देख कर लगा कि उन्हें बहुत मदद की आवशयकता है। प्रिया ने बताया कि बच्चों में सबसे बड़ी बहन तमन्न 15 साल, पुत्र गुलशेर 11 साल, गुलिस्ता सात वर्ष एवं सबसे छोटी बच्ची गुलजहां साढ़े तीन वर्ष की है। उन्होंने कहा कि तीनों बच्चियों एवं उनके भाई को इस तरह से अनाथ बेसहारा नहीं छोड़ा जा सकता था। गत दिवस उनसे मिल कर उनके लिए घर पर छत, दरवाजा, बिजली का कनेक्शन आदि करवाने की व्यवस्था तुरंत ही वहां करवाई गई जो कि कुछ ही दिनों में लग जाएगा साथ ही बच्चे बालिग नहीं है तो उनका बैंक मे खाता आदि खुलवाने की भी व्यवस्था करवाई गई और उनको जब तक बिजली का कनेक्शन नहीं लगता तब तक के लिए सोलर लाईट का भेजवाई गई और राशन डलवाया गया। सभी बच्चों के वात्सल्य योजना के तहत फॉर्म आदि भी भरवाए जाएंगे। इस मौके पर मौजूद रूपा शर्मा ने कहा कि वे इन सभी बच्चों का पूर ध्यान रखेंगी और स्थानीय पूर्व ग्राम प्रधान मौहम्मद आरिफ के सहयोग से सभी व्यवस्थाएं करवा रही है। प्रिया ने कहा कि यदि किसी को भी इस तरह से कोई बेसहारा अनाथ बच्चे मिले जिनके पास रहने की व्यवस्था न हो उनके लिए भी लोग उनके उनके नंबर 7055331112 पर संपर्क कर सकते है उनके रहने एवं लालन पालन की पूरी जिम्मेदारी तेजस्वनी उठाएगा।
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