कोरोना की मार से सांस्कृतिक नगरी का पर्यटन कारोबार ठप
बृजेश तिवारी – अल्मोड़ा
कोरोना की पहली लहर के बाद जैसे तैसे संभले पर्यटन कारोबार को अब कोरोना की दूसरी लहर ने फिर से पटरी से उतार दिया है। हमेशा इस सीजन में पीक पर चलने वाला पर्यटन कारोबार पूरी तरह चौपट हो चुका है।
हालात यह है कि पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। अब पर्यटन कारोबार से जुड़े कारोबारी सरकार से राहत की मांग कर रहे हैं अल्मोड़ा में सैकड़ो की संख्या में होटल रेस्टोरेंट व होमस्टे हैं। इस पर्यटन सीजन में ये सब पर्यटकों से खचाखच भरे रहते थे।
लेकिन कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण यहाँ खामोशी पसरी हुई है। पर्यटन कारोबार से जुड़े इन लोगो का कारोबार पूरी तरह चौपट हो चुका है। पर्यटक नही होने से होटल रेस्टोरेंट में काम करने वाले कर्मचारियों की छंटनी की जा चुकी है।
जिससे पर्यटन व्यवसायियों में मायूसी छाई हुई है। कई लोगो ने बैक से लोन लेकर यह कारोबार शुरू किया था लेकिन अब उनके सामने लोन की किश्त देनी भारी पड़ रही है। जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे का कहना है कि जनपद में 192 होम स्टे और 200 से अधिक होटल रिसॉर्ट मौजूद हैं।
लेकिन कोरोना के चलते यहाँ पर्यटन गतिविधियां बिल्कुल भी कम हो चुकी हैं। हालांकि उनका कहना है कि उत्तराखंड का पहाड़ी क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। कोरोना के खत्म होने के बाद यह स्थिति बहुत जल्द सामान्य हो जाएगी।
Share this content: