गणेश गोदियाल ने संभाला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का पदभार किया ग्रहण
देहरादून: उत्तराखंड में कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल (Ganesh Godiyal) मंगलवार को दिल्ली से देहरादून पहुंचे. कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय देहरादून में नए प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को पार्टी कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया. इसके बाद गणेश गोदियाल ने विधिवत रूप से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष (PCC Chief) का पदभार ग्रहण किया.
प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद गणेश गोदियाल पहली बार कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय देहरादून पहुंचे. नए प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के स्वागत में नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, सह प्रभारी दीपिका पांडे, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत समेत तमाम नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे.
प्रदेश अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के बाद गणेश गोदियाल ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया. इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए प्रदेश की बीजेपी सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकने का आह्वान किया. वहीं इस दौरान प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा कि गणेश गोदियाल के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद संगठन और मजबूत होगा.
गणेश गोदियाल की चुनौतियां: प्रदेश अध्यक्ष के तौर गणेश गोदियाल के सामने कांग्रेस के अंदर चुनौतियां का पहाड़ खड़ा है. सबसे पहली चुनौती तो पार्टी में अंदर चल रही अंर्तकलह को खत्म करना है. क्योंकि 2017 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस गुटबाजी के कारण ही 70 में से 11 सीटों पर सिमटकर रह गई थी. गणेश गोदियाल खुद 2017 में विधानसभा चुनाव हार गए थे.
चुनाव के लिए समय कम: 2022 के शुरुआत में उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव होने है. ऐसे में चुनाव में एक साल भी कम का वक्त रह गया है. चुनाव के लिए संगठन का जमीन पर स्तर पर तैयार करना किसी चुनौती से कम नहीं है. गुटबाजी के चक्कर में जमीन कार्यकर्ताओं बहुत ज्यादा सक्रिय नहीं है. प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को जमीन स्तर पर कांग्रेस को मजबूत करना होगा.
रणनीति के तहत बीजेपी को मात देना: कांग्रेस को दोबार सत्ता पर काबिज करने के लिए गणेश गोदियाल को बड़ी रणनीति पर काम करना होगा. क्योंकि प्रदेश में कांग्रेस के मुकाबले बीजेपी की स्थिति काफी मजबूत है. वहीं इस बार आम आदमी पार्टी भी चुनावी मैदान में उतरने जा रही है. ऐसे में गणेश गोदियाल को दोनों ही पार्टी से पार पाना होगा.
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