असहमति को दबाने में किसी कानून का नहीं करना चाहिए दुरुपयोग: जस्टिस चंद्रचूड़
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने देश में राजद्रोह समेत कई कानूनों के दुरुपयोग पर अहम टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि नागरिकों की असहमति या उत्पीड़न को दबाने के लिए किसी भी कानून का गलत प्रयोग नहीं करना चाहिए. उन्होंने यह टिप्पणी भारत और अमेरिका के संयुक्त ग्रीष्मकालीन सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहीं.
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस ने कहा कि अमेरिका स्वतंत्रता, बोलने और अभिव्यक्ति की आजादी और धार्मिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देने में सदैव आगे रहता है. वहीं, भारत के बारे में उन्होंने कहा कि हमारा देश का लोकतंत्र सबसे पुराना है और यह बहुसंस्कृति और बहुलवादी आदर्थों का प्रतिनिधित्व भी करता है.
जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि वयस्कों के बीच समलैंगिक संबंधों को अपराध से बाहर करने का उनका फैसला लॉरेंस बनाम टेक्सास में यूएस सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भरोसा करते हुए था.
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