PDP ने परिसीमन आयोग की बैठक में शामिल होने से किया इनकार
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) ने मंगलवार को कहा कि वह जम्मू-कश्मीर परिसीमन आयोग से मुलाकात नहीं करेगी, क्योंकि केन्द्र ने लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है. पीडीपी के महासचिव गुलाम नबी लोन हंजुरा ने कहा कि हमारी पार्टी ने कार्यवाही से दूर रहने का फैसला किया है और वह ऐसी किसी कार्यवाही का हिस्सा नहीं होगी, जिसके परिणाम व्यापक रूप से पूर्व नियोजित माने जा रहे हैं और जिससे हमारे लोगों के हित प्रभावित हो सकते हैं.
आयोग की अध्यक्ष जस्टिस रंजना देसाई को लिखे गए पत्र में पीडीपी ने कहा कि 5 अगस्त 2019 को संवैधानिक और लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचल दिया गया था. जम्मू-कश्मीर के लोगों से उनके अधिकार छीन लिए गए. जिसके कारण लोग अभी भी परेशान हैं. देश भर में परिसीमन प्रक्रिया को 2026 तक रोक दिया गया है लेकिन जम्मू-कश्मीर अपवाद बना दिया गया है.
PDP को छोड़ सभी 11 दल होंगे शामिल
हंजुरा ने कहा कि पार्टी का मानना है कि आयोग के पास संवैधानिक और कानूनी जनादेश का अभाव है और इसके अस्तित्व और उद्देश्यों ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को कई सवालों के घेरे में छोड़ दिया है. वहीं, पीडीपी को छोड़कर प्रदेश में पंजीकृत शेष 11 दलों ने परिसीमन प्रक्रिया में शामिल होने पर सहमति जता दी है. साथ ही उन्होंने पार्टी से शामिल होने वाले नेताओं का नाम भी जारी कर दिया है.
आज से शुरू होगा परिसीमन आयोग का दौरा
जम्मू-कश्मीर में विभिन्न क्षेत्रों से राजनीतिक पक्षपात को मिटाने के मकसद से परिसीमन आयोग का बहुप्रतिक्षित दौरा आज से शुरू हो रहा है. इस दौरान नेशनल कांफ्रेंस (NC) का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के चार दिवसीय दौरे पर पहुंचे परिसीमन आयोग से मुलाकात करेगा.
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