अल्मोड़ा। पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार दूसरे दिन बारिश से आफत बढ़ने लगी है। जनजीवन ठहर गया है। सल्ट ब्लॉक क्षेत्र में जनपद को तराई भाबर से जोड़ने वाले मानिला-रामनगर मुख्य सड़क डोटियाल व झिमार के बीच ध्वस्त हो गई। इससे करीब छह घंटे तक पहाड़ व मैदान का संपर्क कटा रहा। यात्री वाहनों समेत तमाम छोटी बड़ी गाडि़यां जहां तहां फंसी रहीं। लोडर मशीन से पहाड़ी काट कर वैकल्पिक मार्ग तैयार किया गया, तब जाकर जोखिम के बीच यातायात चालू कराया जा सका। इधर अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर खैरना (नैनीताल) के पास डेंजर जोन भौरियाबैंड में अतिसंवेदनशील पहाड़ी से बोल्डर व मलबा गिरने से राष्ट्रीय राजमार्ग डेढ़ घंटे से ठप है। बारिश से जिले में चार आंतरिक सड़कें क्षतिग्रस्त होने व मलबा आने से बंद हो गई हैं। वहीं कोसी व अन्य सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है।
पहाड़ में दूसरे दिन भी बारिश का सिलसिला बरकरार रहा। अतिवृष्टि से मानिला मौलेखाल रामनगर मुख्य सड़क डोटियाल से कुछ दूर पूनाकोट बस स्टैंड के पास भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गई। सड़क ध्वस्त होने से रामनगर व दिल्ली से आ जा रहे वाहन फंस गए। लोनिवि के अधिकारियों को सूचना दी गई। मगर कोई नहीं पहुंचा तो झिमार स्थित पीएमजीएसवाइ कार्यालय से लोडर मशीन रवाना की गई। इस दरमियान यात्रियों की खासी फजीहत हुई। रोजाना चैखुटिया अवशीतक केंद्र दूध पहुंचाने वाला दुग्ध वाहन भी घंटों फंसा रहा। मशक्कत के बाद दोपहर लगभग दो बजे लोडर मशीन से पहाड़ी काट वैकल्पिक रोड तैयार की गई। तब जाकर आवाजाही शुरू हो सकी।
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