देहरादून। सावन के पावन माह के दूसरे सोमवार को मौके पर तड़के से ही मंदिरों में भगवान शिव की पूजा-अर्चना और जलाभिषेक शुरू हो गया था। मंदिरों में बड़ी तादाद में भक्तों का सैलाब उमड़ा।
मैदानी क्षेत्र के सावन का दूसरा और पहाड़ी सावन का तीसरा सोमवार आज है। सुबह से ही शिवालियों में श्रद्धालु उमड़ पड़े और भगवान शिव का रुद्राभिषेक और जलाभिषेक कर रहे हैं। मंदिर समितियों ने कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए जलाभिषेक व पूजा करने की अपील की है।
सोमवार की पूर्व संध्या पर मंदिरों परिसर को सफाई और सैनिटाइजेशन किया गया था। शहर की विभिन्न मंदिरों को लाइटों से सजाया गया था। टपकेश्वर महादेव मंदिर के दिगंबर भरतगिरी महाराज ने बताया कि ब्रह्ममुहूर्त में रुद्राभिषेक के बाद जलाभिषेक हो गया। वहीं, सहारनपुर चौक स्थित श्री पृथ्वीनाथ मंदिर में सेवादल की ओर से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओे को समर्पित द्वितीय सामूहिक रुद्राभिषेक किया गया। दिगंबर दिनेश पुरी ने बताया कि हरिद्वार से लाए गंगाजल के साथ ही दूध दही घी पंचामृत शक्कर इत्यादि से रुद्री के वैदिक पात्रों के मंत्रोचार के साथ भोर में रुद्राभिषेक शुरु हो गया था।
बता दें कि मैदानी इलाकों के लोगों के लिए आज सावन का दूसरा सोमवार है। जबकि उत्तराखंड के पहाड़ी इलाके वाले लोगों को लिए आज सावन का तीसरा सोमवार है। सूर्य के प्रतिमास नई राशि में प्रवेश करने से सौरमास की गणना की जाती है। चंद्रमास का आरंभ कृष्ण पक्ष से शुक्ल पक्ष तक रहता है। अतः सौर और चंद्र दोनों कैलेंडर की गणना में कुछ अंतर है, इसलिए पर्वतीय इलाकों में सौरमास से पर्व मनाए जाते हैं।
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