…तो क्या त्रिवेंद्र सिंह रावत को मिलने वाली है बड़ी जिम्मेदारी?
देहरादून । पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का हाल का दिल्ली दौरा बेहद चर्चा में है। कयास लगाए जा रहे हैं कि त्रिवेंद्र सिंह रावत को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
अगले साल की शुरुआत में यूपी और उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं। माना जा रहा है कि इस दौरान त्रिवेंद्र सिंह रावत को यूपी का चुनाव प्रभारी बनाया जा सकता है। त्रिवेंद्र सिंह रावत के सियासी तजुर्बे का इस्तेमाल बीजेपी संगठन में करने की तैयारी कर रही है, वो पहले भी यूपी में चुनाव सह प्रभारी का दायित्व निभा चुके हैं। पूर्व सीएम की प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री से हुई मुलाकात के बाद इस तरह की चर्चाओं को बल मिला है। मार्च में त्रिवेंद्र सिंह रावत को अचानक मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा था, इसकी कसक उनके दिल में हमेशा बनी रही। कुछ दिन पहले जब केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ तो माना जा रहा था कि उन्हें मंत्री पद देकर उनकी नाराजगी दूर की जा सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उनकी जगह सांसद अजय भट्ट मोदी टीम में शामिल हो गए। अब पार्टी पूर्व सीएम त्रिवेंद्र को संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने वाली है।
सोमवार को पीएम और और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद पूर्व सीएम त्रिवेंद्र ने इसे महज शिष्टाचार भेंट बताया। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री ने उनसे राज्य के राजनीतिक हालात और अन्य विषयों की जानकारी ली। उन्होंने पीएम को केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की जानकारी दी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें 15 अगस्त के बाद फिर दिल्ली आने को कहा है। पूर्व सीएम भले ही इसे महज शिष्टाचार भेंट बता रहे हों, लेकिन सूत्रों की मानें तो त्रिवेंद्र को यूपी विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश चुनाव प्रभारी बनाने की तैयारी है। इससे पहले त्रिवेंद्र यूपी के अलावा झारखंड में भी प्रदेश प्रभारी की भूमिका निभा चुके हैं। 15 अगस्त के बाद उन्हें एक बार फिर दिल्ली आने का न्योता मिला है। पीएम और केंद्रीय गृहमंत्री से हुई मुलाकातों के बाद इस तरह की चर्चाएं जोर पकड़ गई हैं, कि बीजेपी उन्हें संगठन में अहम जिम्मेदारी सौंपने जा रही है।
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