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उत्तराखंड,युवा प्रदेश-युवा नेतृत्व: 2022 में युवा वोटर ही तय करेंगे राजनीति की दिशा

उत्तराखंड,युवा प्रदेश-युवा नेतृत्व: 2022 में युवा वोटर ही तय करेंगे राजनीति की दिशा

उत्तराखंड प्रदेश पूरे 21 साल का हो गया है। यानि हमारा प्रदेश अब अपनी नई इबारत लिखने वाला राज्य बन गया है। ऐसा पहली बार हुआ है जब युवा प्रदेश को सबसे युवा नेतृत्व मिला है। पुष्कर सिंह धामी के तौर पर पहली बार प्रदेश को सबसे युवा मुख्यमंत्री मिला है। इस युवा प्रदेश में सबसे ज्यादा मतदाता भी युवा ही हैं। प्रदेश में अभी तक प्रकाशित अनंतिम मतदाता सूची के अनुसार कुल मतदाताओं की संख्या करीब साढ़े 78 लाख है। इनमें से 18 से लेकर 29 आयुवर्ग के 17.79 लाख मतदाता हैं। जो कुल मतदाता संख्या का तकरीबन 22 फीसद है। वहीं 30 से 39 वर्ष तक के मतदाताओं की संख्या 21.81 लाख है। जो कुल मतदाता संख्या का तकरीबन 28 फीसद है। इन दोनों को मिला दिया जाए तो आधे मतदाता इसी आयुवर्ग के हैं। यानि 18 से 39 आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या कुल मतदाताओं की संख्या का 50 फीसद है। महिला मतदाताओं के बाद यह सबसे बड़ा वर्ग है, जिसे रिझाने के लिए हर राजनीतिक दल पूरा जोर लगा रहा है। यही वजह है कि बेरोजगारी, रोजगार व पलायन के मामले हर राजनीतिक दल के एजेंडे में शामिल किए जा रहे हैं। इस कड़ी में कांग्रेस व भाजपा ने तो अपने युवा मोर्चों को सक्रिय करते हुए इनके कार्यक्रम भी जारी कर दिए हैं। यह युवा वर्ग जिस भी पार्टी व प्रत्याशी के पीछे खड़ा हो जाएगा, उसकी जीत तय है। यही कारण है कि इस आयु वर्ग को ध्यान में रख ही हर पार्टी प्रत्याशी भी चुन रही है। सभी प्रमुख दलों की युवा इकाइयां युवाओं को आकर्षित करने का प्रयास कर रही हैं। चुनावों के लिए बनाई जा रही समितियों में भी युवाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जाहिर है जो युवा मतदाताओं की उम्मीद पर खरा उतरेगा, वही इस युवा प्रदेश का नेतृत्व संभालेगा।

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