2020 में एक शीर्ष ईरानी जनरल की हत्या की बरसी पर कुछ हैकर्स ने सोमवार को एक इजरायली अखबार की वेबसाइट को निशाना बनाया। हैकर्स ने इस वेबसाइट के कंटेंट को बदलकर एक तस्वीर लगा दी। इस तस्वीर में इजरायल के अघोषित परमाणु हथियार कार्यक्रम से जुड़ी जगह को उड़ाने की धमकी दी गई है। अभी तक किसी भी समूह ने इस हैकिंग की जिम्मेदारी नहीं ली है। जेरूसलम पोस्ट की वेबसाइट पर पोस्ट की गई तस्वीर में दो साल पहले इराक में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की मुट्ठी में पहनी अंगूठी से एक मिसाइल को नीचे आते हुए दिखाया गया है।
इजरायल के परमाणु अनुसंधान केंद्र को उड़ाने की धमकी
हैकर्स ने जो तस्वीर पोस्ट की है, उसमें इजरायल के डिमोना शहर के पास शिमोन पेरेज नेगेव परमाणु अनुसंधान केंद्र को निशाना बनाते हुए ईरानी सेना के हमले को दिखाया गया है। यह परमाणु फैसिलिटी पहले से ही दशकों पुरानी भूमिगत प्रयोगशालाओं का घर है और यहां से इजरायल के परमाणु बम कार्यक्रम के लिए हथियार-ग्रेड प्लूटोनियम प्राप्त करने का काम होता है। परमाणु अस्पष्टता की अपनी नीति के तहत, इजरायल परमाणु हथियार होने की न तो पुष्टि करता है और न ही इनकार करता है। जेरूसलम पोस्ट ने एक ट्वीट में हैकर्स के निशाने पर होने की बात स्वीकार की।
पहले भी हैक हो चुकी है बेवसाइट
अंग्रेजी भाषा के इस अखबार ने लिखा, “हम अपनी वेबसाइट के हैकिंग के बारे में जानते हैं, साथ ही इजरायल के लिए एक सीधा खतरा है। हम इस मुद्दे को हल करने के लिए काम कर रहे हैं और पाठकों को उनके धैर्य और समझ के लिए धन्यवाद देते हैं।” अखबार ने बाद में अपनी वेबसाइट बहाल कर दी। इसने बताया कि ईरान का समर्थन करने वाले हैकर्स ने पहले 2020 में “तेल अवीव के जलने की तस्वीर के साथ” इसके होमपेज को टारगेट किया था। इजरायली सरकार की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। दिसंबर के अंत में इजरायल के पूर्व सैन्य खुफिया प्रमुख ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया था कि उनका देश सुलेमानी की हत्या में शामिल था। ईरान ने भी तुरंत इस हैकिंग को स्वीकार नहीं किया। हालांकि, देश ने हाल के दिनों में शहीद रिवोल्यूशनरी गार्ड जनरल की बरसी मनाने के कार्यक्रमों को तेज कर दिया है। उनकी मृत्यु के उपलक्ष्य में सोमवार को स्मारक सेवाएं आयोजित की जानी थीं।
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