सर्दियां खत्म होने वाली हैं और धीरे-धीरे गर्मियों का आगाज होने लगा है। ऐसे में एनर्जी बूस्टर जो पेट को ठंडा करने और पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। गर्मियों के आते ही, भारत के पसंदीदा और देसी प्रोबायोटिक ड्रिंक की मांग में बढ़ने लगती है, ये है छाछ। गर्मियां आते ही छाछ की डिमांड तेजी से बढ़ने लगती है। छाछ में मक्खन नहीं होता है, लेकिन मक्खन बनाने की प्रक्रिया के दौरान एक बचा हुआ दूधिया ड्रिंक होता है। कोई भी दही के साथ छाछ बना सकता है और कुछ मसाले मिला कर इसे स्वादिष्ट बनाया जा सकता है।
ये देसी ड्रिंक कई स्वास्थ्य लाभों से भरी है। इसे नियमित रूप से पीने से आपकी हड्डियों को हेल्दी रखा जा सकता है क्योंकि यह कैल्शियम और पोटेशियम से भरपूर है। यह ब्लड प्रेशर को मैनेज करने और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी मदद करता है। आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ दीक्सा भावसार ने अपने हालिया पोस्ट में कहा है कि, आयुर्वेद सेहत को बनाए रखने और बीमारियों के इलाज के लिए छाछ का इस्तेमाल करता है। मक्खन का दूध पचने में आसान होता है, इसमें कसैला और खट्टा स्वाद होता है और यह गर्म नेचर का होता है। छाछ पाचन में सुधार करती है और कफ और वात को कम करती है। आयुर्वेदिक उपचार में, यह सूजन, पाचन विकार,भूख की कमी, प्लीहा विकार और एनीमिया के उपचार में इस्तेमाल किया जाता है। घर पर छाछ बनाना सबसे अच्छा है। ऐसे में एक्सपर्ट ने इसे बनाने की सबसे आसान विधि बताई है।
इसे बनाने के लिए आपको चाहिए 1/4 कप दही, 1 कप पानी, नमक स्वादानुसार, 1/2 छोटा चम्मच भुना जीरा पाउडर, पुदीना के पत्ते, धनिये के पत्ते, कटा हुआ अदरक या फिर सोंठ पाउडर
इसे बनाने के लिए एक बर्तन में 1/4 कप दही लें और उसमें एक कप पानी डालें। स्वादानुसार नमक डालें और 1/2 छोटा चम्मच भुना जीरा पाउडर डालें। हैण्ड ब्लेन्डर या मथनी की मदद से सामग्री को अच्छी तरह मिला लें। धनिया पत्ता और पुदीना पत्ता से गार्निश करें और सर्व करें।
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