आयुर्वेद से लेकर मेडिकल साइंस तक, कई प्रमाण इस बात का दावा करते हैं कि रात के समय का भोजन और जीवनशैली हमारे सेहत पर विशेष प्रभाव छोड़ती है। यही कारण है कि सभी लोगों को रात के समय स्वस्थ आहार, वॉकिंग करने और अच्छी नींद लेने की सलाह दी जाती है। आयुर्वेद की मानें को रात में सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीना सेहत के लिए विशेष लाभकारी हो सकता है। गर्म दूध में एक चुटकी हल्दी मिलाने से न सिर्फ इसका स्वाद बढ़ जाता है साथ ही आपकी यह एक आदत सेहत को अनगिनत फायदे दे सकती है।
अध्ययनों में भी पाया गया है कि सिर्फ दूध पीने की जगह, हल्दी वाले दूध का सेवन करना सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाने, संक्रमण से लड़ने, रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के साथ, नींद को बढ़ावा देने में यह एक छोटी सी आदत मदद कर सकती है। रात में सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीने की आदत डाल लें, यह कई तरह की बीमारियों के जोखिम को कम कर सकती है। आइए आगे की स्लाइडों में इस एक आदत से सेहत को होने वाले अद्भुत फायदों के बारे में जानते हैं।
प्रतिरक्षा प्रणाली को मिलता है बढ़ावा
दूध को हड्डियों और संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए काफी लाभकारी माना जाता है। दूध में हल्दी मिलाकर इसका सेवन करना आपकी इम्युनिटी पावर को बढ़ाने में मदद कर सकती है। हल्दी में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुण संक्रमण से सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। कई डॉक्टर सामान्य सर्दी और फ्लू से बचे रहने के लिए रोजाना एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाकर पीने की सलाह देते हैं। यह आदत आपकी प्रतिरक्षा शक्ति को मजबूत कर सकती है।
ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित रखने में सहायक
डायबिटीज के खतरे से बचने रहने या फिर ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित बनाए रखने के लिए दूध में हल्दी मिलाकर पीने की आदत लाभकारी हो सकती है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन टाइप-2 डायबिटीज मेलिटस को रोकने में मदद कर सकती है। इस स्थिति में कोशिकाएं इंसुलिन के साथ अच्छी तरह से प्रतिक्रिया नहीं कर पाती हैं, ऐसे में रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है। इसके अलावा करक्यूमिन इंफ्लामेटरी साइटोकिन्स के गठन को भी रोक देता है, जिससे ब्लड शुगर का लेवल बढ़ने नहीं पाता।
सूजन की समस्या होती है कम
सूजन की समस्या, विशेषकर गठिया आदि में भी हल्दी वाले दूध को काफी फायदेमंद माना जाता है। असल में जहां दूध हड्डियों को मजबूती देने में मदद करता है, वहीं हल्दी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करने में सहायक है। इसके अलावा शरीर में होने वाले क्रोनिक सूजन को मेटाबोलिक सिंड्रोम, अल्जाइमर और हृदय रोग जैसी कई तरह की बीमारियों का भी कारण माना जाता है।
हृदय रोगों का कम होता है खतरा
हल्दी में पाए जाने वाले करक्यूमिन के एंटीऑक्सीडेंट गुण हृदय रोग और इससे संबंधित जटिलताओं को रोकने में भी मदद कर सकते हैं। करक्यूमिन, सीरम कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करता है जो हृदय रोगों के जोखिम को कम कर सकता है। शरीर को विभिन्न प्रकार से लाभ प्रदान करने में हल्दी वाले दूध का सेवन करना आपके लिए फायदेमंद माना जाता है।
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