देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल के अंतिम सत्र में प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता अली अब्बास जफर, गीतकार प्रसून जोशी और वरिष्ठ पत्रकार सतीश शर्मा ने संवाद किया। उन्होंने उत्तराखंड में फिल्म उद्योग की संभावनाओं, राज्य के अब तक के सफर पर विस्तार से चर्चा की।
प्रसिद्ध गायक सोनू निगम की शानदार प्रस्तुतियों के साथ तीन दिवसीय देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल का समापन हो गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड में साहित्य, कला, शिल्प को विशेष सम्मान मिलता है। कार्यक्रम का समापन उत्तराखंड ग्रोथे डेकेड सत्र के साथ हुआ, जिसमें विशेषज्ञों ने दशक में प्रदेश के ओवरऑल परफॉरमेंस पर चर्चा की।
इस सत्र में उनके साथ प्रसिद्ध कवि व लेखक प्रसून जोशी और फिल्म निर्देशक अली अब्बास जफर व संपादक गढ़वाल पोस्ट सतीश शर्मा मौजूद रहे। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड़ ने अब तक कई विशिष्ट उपलब्धियों को हासिल किया है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में काम करने का अवसर मिला है, जिसमें सभी राज्यों में तेजी से विकास कार्य व उन्नति हो रही है।
जब उत्तराखंड 25 वर्ष की आयु प्राप्त करेगा, राज्य में निश्चित रूप से सभी शीर्ष सुविधाएं उपलब्ध होंगी। डीएलएफ के संस्थापक सम्रांत विरमानी ने कहा कि देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल के चौथे संस्करण को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया से सभी बेहद उत्साहित महसूस कर रहे हैं। प्रसून जोशी ने कहा कि पुष्कर सिंह धामी जैसे युवा नेताओं को राज्य का नेतृत्व करते हुए देखकर खुशी होती है।
अंतिम दिन तमाम शख्सियतों ने साहित्य, कला, सिनेमा समेत कई अन्य मुद्दों पर चर्चा की। समापन सत्र में आयोजकों और विभूतियों ने अगले वर्ष कार्यक्रम को और बड़ा आकार देने के साथ ही शिल्प को भी समारोह का हिस्सा बनाने की बात कही। साथ ही इस कार्यक्रम के जरिये ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने की वकालत की।
फिल्म उद्योग की संभावनाओं की चर्चा
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