एक दिवसीय दौरे पर कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोगों को भारत की ताकत से अवगत कराया। एक कार्यक्रम में अमित शाह ने कहा कि पिछले कुछ सालों में भारत ने इतनी ताकत हासिल कर ली है कि वह उसकी सीमा और सेना के साथ दुस्साहस करने वालों को अमेरिका और इजरायल की तरह मुंहतोड़ जवाब देने की ताकत रखता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा का जिक्र करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि 2014 से पहले आए दिन पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादी देश में हमला करते थे और केंद्र सरकार की ओर से केवल बयानबाजी की जाती थी। साथ ही उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद स्थिति में सुधार हुआ है।
बेंगलुरु के नृपथुंगा विश्वविद्यालय के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए शाह ने कहा कि पहले केवल दो राष्ट्र संयुक्त राज्य अमेरिका और इजरायल, जब भी कोई उनकी सीमाओं और सेना के साथ हस्तक्षेप करता था, जवाबी कार्रवाई करते थे। लेकिन अब प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के कारण हमारा भारत भी उस समूह में शामिल हो गया है कि दुश्मनों पर तुरंत कार्रवाई की जाए।
शाह ने लोगों से कहा कि नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद 2016 में उरी में और 2019 में पुलवामा में आतंकवादी हमले हुए, हमने पाकिस्तान के अंदर 10 दिनों के भीतर सर्जिकल स्ट्राइक और हवाई हमले किए। उन्होंने कहा कि कुछ लोग सवाल करते हैं कि सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक का क्या प्रभाव पड़ा है। मैं उन्हें बताता हूं कि इस जवाबी हमले का बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा है। अब पूरी दुनिया जानती है कि कोई भी भारतीय सीमा के साथ हस्तक्षेप नहीं कर सकता है, अन्यथा इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
मोदी सरकार की अन्य उपलब्धियों के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370, 35-ए को निरस्त करने जैसे कई मुद्दे हैं, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर को विशेष अधिकार दिए और नागरिकता संशोधन अधिनियम के कार्यान्वयन को कुछ ही समय में सुलझा लिया गया। उन्होंने कहा कि 5 अगस्त, 2019 भारतीय इतिहास में सुनहरे अक्षरों से लिखा जाएगा। लोग कह रहे थे कि अगर अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दिया गया तो इससे रक्तपात हो जाएगा, लेकिन कोई भी रक्तपात करने की बात तो दूर कंकड़ फेंकने की भी हिम्मत नहीं कर सकता है।
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